जानियें, शरद ने क्यों लिखी वेंकैया को चिट्ठी?

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जानियें, शरद ने क्यों लिखी वेंकया को चिट्ठी?
जानियें, शरद ने क्यों लिखी वेंकया को चिट्ठी?

बिहार के सीएम नीतीश द्वारा बीजेपी के साथ सरकार बनाने पर शरद नीतीश से नाराज हो गयें, नाराजगी इतनी ज्यादा हो गई है कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ हो गये। आपको बता दें कि शरद यादव हमेशा से ही बीजेपी के खिलाफ रहे है, और उन्होंने कहा था कि चाहे कुछ भी क्यों न हो जाए उनकी लड़ाई हमेशा मोदी और बीजेपी से रहेगी, शायद शरद अपने वसूलों के पक्के है, यही कारण है कि नीतीश द्वारा सरकार बनाने के बाद वो नीतीश से अलग-थलग हो गये है। लकिन इन सबके बीच एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या शरद अकेले पड़ गये है, जेडीयू का कोई नेता उनके साथ नहीं है, जो उन्होंने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखा है। अब आप सोच रहे होंगे कि शरद ने आखिर वेंकैया को पत्र क्यों लिखा तो चलिये आपको बताते है…

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से शरद यादव की राज्यसभा की सदस्यता को खत्म करने की मांग चल रही है, और यह मांग जेडीयू कर रही है। इसी सिलसिले में राज्यसभा सदस्यता खत्म करने को लेकर शरद यादव ने जेडीयू की कोशिशों का विरोध किया है। साथ ही शरद ने बिहार के सीएम और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बने रहने को ही चुनौती दे दी। जी हाँ, तो शरद अब फुल बागी रवैये में आ चुके हैं।

राज्यसभा की सदस्यता को खत्म करने के विरोध में शरद..

शरद यादव अपनी राज्यसभा की सीट को बरकरार रखना चाहते है, यही कारण है कि सीट को बचाने के लिए शरद ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखा। आपको बता दें कि शरद यादव ने लोकसभा में जेडीयू के सांसद कौशलेंद्र को पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू को भी पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने नीतीश के अध्यक्ष पद को भी चुनौती दी है।


जेडीयू ने शरद पर बोला हमला..

आपको बता दें कि शरद के इस पत्र को लेकर जेडीयू ने उनपर हमला बोला है। जेडीयू पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा राज्यसभा की सदस्यता बचाने के लिए शरद झूठ बोल रहे हैं। साथ ही आपको बता दें कि बीते दिनों गांधी मैदान में आयोजित राजद की रैली में मंच साझा करने के बाद शरद यादव की राज्यसभा की सदस्यता खत्म करने को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई थी। इसी सिलसिले में शरद यादव ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखा है कि नीतीश जेडीयू के अध्यक्ष नहीं रह सकते है।