केंद्र सरकार नें व्हाट्सएप पर सख्ती की है। सरकार नें मंगलवार को व्हाट्सएप से कहा की अगर उसे भारत में काम करना है तो फेक न्यूज और अश्लीलता को लेकर को सख्त कदम उठाने होंगे। केंद्र सरकार नें कहा की कंपनी को इसके लिए तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। व्हाट्सएप के सीईओ क्रिस डेनियल्स नें मंगलवार को सूचना और प्रसारण मंत्री रवि शंकर प्रसाद से मुलाकात की। इस दौरान रवि शंकर प्रसाद ने कहा की व्हाट्सएप नें देश के डिजिटल अर्थव्यवस्था में अपना बड़ा योगदान दिया है। लेकिन व्हाट्सएप को भीड़ के हमले तथा प्रतिशोध के लिए अश्लील तस्वीरें प्रेषित करने जैसे दुष्क्रियाता से निपटने का समाधान तलाशना होगा।
व्हाट्सएप पर आते है हिंसात्मक और अश्लील वीडियो
दरअसल पिछले कुछ दिनों में व्हाट्सएप पर ग़लत विडियो के जरिए भीड़ नें लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी है जिससे सरकार चिंतित है। व्हाट्सएप पर हिंसात्मक विडियो को रोकने के लिए सरकार के पास कोई तकनीक नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार चाहती है की व्हाट्सएप खुद ही तुरंत इस तरह के विडियों को रोकने के लिए कदम उठाए।
व्हाट्सएप नें समाधान का आश्वासन दिया
प्रसाद ने कहा की उन्होंने व्हाट्सएप से भारत में कॉरपोरेट इकाई स्थापित करने, शिकायत निपटान अधिकार नियुक्त करने और फर्जी संदेश की उत्पत्ति का पता लगाने के लिये तकनीकी समाधान तलाशने को कहा है। उन्होंने कहा, मैंने पहले भी इस मामले को उठाया था और कहा था कि सैकड़ों और हजारों की संख्या में प्रसारित होने वाले संदेश के बारे में पता लागने में कोई राकेट साइंस नहीं है। आपके पास समाधान के लिये व्यवस्था होनी चाहिए। प्रसाद के अनुसार फेसबुक की अगुवाई वाली कंपनी ने आश्वस्त किया कि वह इन बिंदुओ के अनुपालन की दिशा में काम कर रही है।