रुस नें दावा किया है की सिरियाई ग्रह युद्र के कारण अस्थिर हुए सीरियाई लोग अब अपने घरों की तरफ़ वापस जा रहे है। रुस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्त मारिया जखरोवा ने कहा की 2015 से लेकर अब तक 12 लाख सीरियाई लोग वापस अपने देश जा चुके हैं। उन्होंने अपने बयान में अमेरिका पर हमला बोलते हुए कहा कि अमेरिका नें सीरिया पर हमला तब किया था जब सिरिया को शांतिपूर्ण भविष्य मिल रहा था। सिरिया ग्रह युद्र के कारण 69 लाख सिरियाईयों नें सिरिया को छोड दिया था और बाद में 45 मुल्कों में शरणार्थी बनकर गुजर बसर करने लगे।
सन 2011 में शुरु हुआ था सिरियाई ग्रह युद्र
सन 2011 में शुरु हुए सिरियाई ग्रह युद्र के कारण लाखो लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। युद्र के कारण लाखों लोग शरणार्थी बनकर दुनिया के अलग-अलग देशों में रहने लगे थे। संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगियों नें सिरियाई युद्र को ख़्तम करने के लिए जरुरी कदमों को भी उठाया था लेकिन सभी कदम अभी तक बेकार ही साबित हुए हैं।
सिरिया बना दुनिया के लिए जंग का मैदान
सिरिया की ज़मीन में जब खूखांर आंतकी संगठन आईएसआईएस नें अपने पैर जमाने शुरु किए तो अमेरिका और उसके सहयोगी देशों नें सिरिया पर जंग मार दी थी। लेकिन सिरियाई सरकार नें दावा किया की अमेरिका और उसकी गठबंधन सेना आतंकियों को मारने की बजाय आम नागरिकों को मार रही हैं। बाद में सिरिया में रुस की सेना के हस्तक्षेप के बाद सिरिया दुनिया के देशों के लिए जंग का मैदान बन गया।
आईएसआईएस नें बरपाया कहर
जब अमेरिका और रुस सिरिया पर हवाई हमले कर रहे थे तो उसी वक्त आईएसआईएस भी सिरिया में आम नागरिकों को मौत के घाट उतार रहा था। जिसके कारण सिरियाई लोग अमेरिका, रुस और आईएसआईएस की जंग के बीच पीसते चले गए। जब सिरिया में हालात पुरी तरह से बेकाबू हो चले थे तो लोगों नें सिरिया को छोड़कर दुसरे मुल्कों में शरणार्थी बनना सही समझा।