अपनी छवि को लेकर नीतीश कुमार की ललकार

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जून 2013 में बीजेपी से 17 साल पूराना गठबंधन टूटने के बाद से ही लोग नीतीश के बारे में कहने लगे थे कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसको नीतीश ने ठगा नहीं। ये जुमला 26 जुलाई के बाद महागठबंधन टूटने के बाद और भी ज्यादा प्रबल हो गया लेकिन नीतीश कुमार की राय अपने बारे में अलग ही है। पढ़िए-

“अभी तक ऐसा कोई टकसाल नहीं बना है जो मुझे खरीद सके।” ये कहना है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का श्रृजन घोटाले पर नीतीश बृहस्‍पतिवार शाम को जनता दल यूनाइटेड विधान मंडल दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। नीतीश ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मामले को उजागर उन्होंने ख़ुद किया और आर्थिक अपराध इकाई को जांच दी। फिर इस मामले में कई बैंकों की भूमिका देखते हुए जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। सीबीआई ने इस मामले की जांच की अधिसूचना जारी कर दी है और अगले दो दिनों में जांच शुरू भी हो जाएगी।
अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर नीतीश ने साफ कहा कि लोग हताशा में चाहे जो भी आरोप लगा रहे हों लेकिन उनमें कोई दम नहीं है। नीतीश ने माना कि व्यवस्था में ख़ामियां हैं जिसका फायदा घोटालेबाज़ उठा रहे थे लेकिन अब ऐसी अचूक व्‍यवस्‍था की जाएगी जिससे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। हालांकि नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी  का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि 2003 से ये घोटाला चल रहा था। बता दें कि 2003 में राबड़ी देवी ही बिहार की मुख्यमंत्री थीं।