बाबा राम रहीम के हाई प्रोफाइल केस में सीबीआई अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया है। खबरों के मुताबिक दोषी ठहराए जाने के बाद बाबा को पुलिस अज्ञात जगह पर ले जा रही है। बता दें कि फैसले को देखते हुए हरियाणा और पंजाब सरकार पिछले तीन दिनों से हाई अलर्ट पर है। राज्य में सभी सरकारी संस्थानों को बंद कर दिया गया है। लोगों से शांति की अपील की जा रही है। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। शुक्रवार, तड़के ही उपद्रव की आशंका को देखते हुए सुरक्षा का कमान सेना ने संभाल लिया है। लगभग 15000 जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए लगाया गया है।
उपद्रवियों ने पंजाब में दो रेलवे स्टेशनों पर आग लगाई। #RamRahim pic.twitter.com/qfF2WVlc94
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) August 25, 2017
मामले की पूरी जानकारी
अप्रैल 2002
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक साध्वी ने शिकायत भेजी।
मई 2002
लेटर के फैक्ट्स की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को सौंपा गया।
दिसंबर 2002
सीबीआई ब्रांच ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया।
दिसंबर 2003
सीबीआई को जांच के निर्देश दिए गए। 2005-2006 के बीच में सतीश डागर ने इन्वेस्टिगेशन की और उस साध्वी को ढूंढा जिसका यौन शोषण हुआ था।
जुलाई 2007
सीबीआई ने अंबाला सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। यहां से केस पंचकूला शिफ्ट हो गया और बताया गया कि डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।
अगस्त 2008
ट्रायल शुरू हुआ और डेरा मुखी के खिलाफ चार्ज तय किए गए।
2011 से 2016
लंबा ट्रायल चला। डेरा मुखी की ओर से अपीलें दायर हुईं।
जुलाई 2016
केस के दौरान 52 गवाह पेश हुए। इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।
जून 2017
डेरा प्रमुख ने विदेश जाने के लिए अपील दायर की तो कोर्ट ने रोक लगा दी।
25 जुलाई 2017
कोर्ट ने रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि केस जल्द निपट सके।
17 अगस्त 2017
बहस खत्म हुई और अब 25 अगस्त को फैसला आना है।
25 अगस्त 2017
बाबा को दोषी करार दिया गया और 28 अगस्त, को सुनाई जाएगी सजा।