रामायण में शूर्पनखा के पति का क्या नाम था ?

1501
शूर्पनखा
शूर्पनखा

रामायण में शूर्पनखा के पति का क्या नाम था ? ( What was the name of Shurpanakha’s husband in Ramayana? )

रामायण का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. जिसमें भगवान राम की कहानी है. रामायण को आपने काफी बार देखा या पढ़ा होगा. जिसमें एक जगह शूर्पनखा का जिक्र आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शूर्पनखा के पति का क्या नाम था ? या शूर्पनखा का नाम शूर्पनखा क्यों पड़ा था ? रामायण के इन रहस्यमयी सवालों के जवाब आपको इस पोस्ट में मिलेगें.

download 8 -
शूर्पनखा

कौन था शूर्पनखा का पति-

शूर्पनखा के पति का नाम विद्युतजिव्ह था. ऐसा माना जाता है कि रावण एक बार अपने साम्राज्य के विस्तार के लिए कालकेय राजा को भी हराया था. कालकेय राजा का सेनापति विद्युतजिव्ह था. ऐसा माना जाता है कि दुश्मन सेना का सेनापति होने के कारण रावण ने उसकी हत्या कर दी थी. ऐसी भी मान्यता है कि इससे शूर्पनखा काफी गुस्सा हुई और नाराज हुई, इसके बाद शूर्पनखा ने रावण को मन ही मन श्राप दिया था कि रावण की मौत की वजह भी वो ही बनेगी. रामायण में भी रावण से राम के युद्ध की शुरूआत शूर्पनखा के कारण ही हुई थी. जिसमें शूर्पनखा के नाक काटने के बाद ही रावण सीता माता को लंका में ले गया था.

download 1 4 -
शुर्पनखा

शूर्पनखा का नाम शूर्पनखा क्यों पड़ा-

शूप जैसे नाखुन होने के कारण ही शूर्पनखा का नाम पड़ा था. शूर्पनखा रावण की बहन थी. इसके पिता विश्रवा मुनि थे तथा उनकी दूसरी पत्नि कैकसी की पुत्रि थी. राम और रावण के युद्ध के बाद शूर्पनखा का क्या हुआ. इस सवाल की बात करें, तो इसके बाद शूर्पनखा का कोई वर्णन नहीं मिलता है. लेकिन कुछ लोग मानते हैं कि रामायण के युद्ध के बाद वो विभिषण के शासन में लंका में ही रही.

यह भी पढ़ें: भगवान राम ने किसकी सलाह पर सुग्रीव से दोस्ती की थी ?

रामायण की कहानी को काफी लोग काफी बार सुन चुके हैं या देख चुके हैं लेकिन फिर भी अनेंक ऐसे रहस्य है जिनके बारे में ज्यादात्तर लोगों को जानकारी नहीं है. शूर्पनखा से संबंधित जानकारी भी ऐसी ही है जिसके बारें में ज्यादात्तर लोग नहीं जानते हैं.

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.