राज्यसभा में उपसभापति चुनाव के लिए विपक्ष और सत्ता पक्ष अपने अपने उम्मीदवार का चयन कर चुके है. जहा एनडीए की ओर से जदयू के हरिवंश को उम्मीदवार बनाया गया है वही विपक्ष की तरफ से पुणे की पूर्व मेयर रह चुकी वंदना चव्हाण का नाम तय माना जा रहा है.
कौन है वंदना चव्हाण ?
57 वर्षीय वंदना चव्हाण पुणे की मेयर रह चुकी हैं. उनकी बहन विनीता काम्टे का विवाह पुलिस अधिकारी अशोक काम्टे के साथ हुआ था, जो मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हुए थे. उनके पिता विजयराव मोहिते जानेमाने वकील थे. उनकी मां जयश्री मोहिते पार्ट-टाइम लेक्चरर थीं. उनके पति हेमंत चव्हाण भी वकील हैं. वो सिम्बायोसिस लॉ कॉलेज पुणे में पढ़ा चुकी हैं और पुणे बार एसोसिएशन की सचिव भी रह चुकी हैं. उन्होंने एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम है – लॉ ऑफ क्रूअलिटी, अबेटमेंट ऑफ सुसाइड एंड डॉवरी डेथ.
दोनों पक्षों के पास नहीं है राज्यसभा में बहुमत
राज्यसभा में कुल सांसदों की संख्या 245 है. ऐसे में अगर सभी सांसद हाज़िर रहते है और मतदान करते है तो बहुमत के लिए 122 सांसदों के समर्थन की जरुरत होगी.
एनडीए के पास 108 सांसदों के समर्थन का दावा है. इनमें बीजेपी के 69, एआईएडीएमके के 13, जेडीयु के 6, शिवसेना और अकाली दल के 3-3 सांसदों के अलावा 6 निर्दलीय और 3 नामांकित सांसद शामिल हैं. वही यूपीए के प्रबंधक 114 सांसदों के समर्थन का दावा कर रहे हैं. कांग्रेस के 51, सपा और टीएमसी के 13-13, टीडीपी के 6, आरजेडी के 5 जबकि बसपा, डीएमके और एनसीपी के 4-4 सांसद शामिल हैं. ऐसे में दोनों पक्षों की नज़र बीजेडी, टीआरएस, वाइएसआर कांग्रेस और पीडीपी पर है जिनका रुख अभी साफ नहीं है. हनाकी वाइएसआर कांग्रेस ने साफ़ कर दिया है की वह एनडीए के पक्ष में मतदान नहीं करेगी.
राज्य सभा के उप-सभापति को लेकर संसद में एक बार फिर बड़ा संग्राम होने वाला है. यहां एनडीए और विपक्ष में जोर आजमाइस की बात कही जा रही है. जोड़-तोड़ के बीच यह कह पाना मुश्किल है कि राज्यसभा का उप-सभापति कौन होगा.
इससे पहले राज्यसभा के उप-सभापति कांग्रेस पार्टी के सांसद पीजे कुरियन थे. जुलाई में उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद से उप-सभापति का पद खाली है.