अटल जी की शोक सभा में बोले पीएम मोदी ‘वह सिर्फ नाम से ही नहीं निर्णयों में भी थे अटल’

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पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की याद में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया. प्रार्थना सभा में कहा पीएम मोदी ने कहा कि अटल किशोर अवस्था से लेकर अंत तक जबतक शरीर ने साथ दिया वह देश के लिए ही जिए. पीएम मोदी ने कहा कि जीवन कैसा हो यह हमारे हाथ में है. अटल जी ने जी करके दिखाया कि जीवन कैसा हो, क्यों हो, किसके लिए हो कैसे हो. जीवन सच्चे अर्थ में वहीं जी सकता है जो पल को जीना जानता है और पल-पल को जिसने जीकर के जिंदगी को सजाया, संवारा और जनसामान्य के लिए खपा दिया. किशोर अवस्था से लेकर जीवन के अंत तक शरीर ने जब तक साथ दिया वे जिए, देश के लिए, देशवासियों के लिए, उसूलों के लिए और उस काल में राजनीतिक जीवन में जब राजनीति के मुख्यधारा के निकटवर्ती कोई अन्य विचार या व्यवस्था दूर-दूर तक नजर नहीं आती थी. इतना ही नहीं देश का एक लंबा कालखंड, सार्वजनिक जीवन में खासकर राजनीतिक जीवन में छुआछूत का कालखंड रहा. अपमानित होने के पल-पल प्रयास होते थे. झेलना पड़ता था.

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पुस्तक विमोचन में अटल जी के ना आने का हुआ था बहुत दुख: आडवाणी

इस मौके पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने अटल जी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा, ‘मैंने जब अपनी आत्मकथा लिखी थी, तो उसमें अटलजी का उल्लेख था, लेकिन जब उस पुस्तक का विमोचन हुआ, लेकिन उसमें अटलजी नहीं आए तो मुझे बहुत दुख हुआ.

आडवाणी ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसी सभा को संबोधित नहीं किया, जिसमें अटलजी ना हों, लेकिन आज ऐसा हो रहा है कि अटलजी हमारे बीच नहीं है, ऐसे में मुझे बहुत कष्ट हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मेरी अटलजी से मित्रता 65 साल तक रही. हम लोग साथ-साथ पुस्तकें पढ़ते थे, सिनेमा साथ-साथ देखते थे. साथ-साथ घूमने जाते थे.