देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य बिहार में कुदरत का प्रकोप जारी है। बिहार में बाढ़ ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बिहार में बाढ़ से लोगों की मौत की खबर भी सामने आई है, बिहार के कुछ इलाकों में बाढ़ ने अपना प्रकोप जारी कर रखा है। वाह रे, कुदरत तेरी गजब की लीला है, कहीं लोग बारिश के लिए परेशान है तो कहीं लोग बारिश थमने की दुआ कर रहे है। पूरे बिहार में बाढ़ का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। देश के अन्य इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात बन चुके है, यूपी में भी बाढ़ ने अपना प्रकोप जारी कर रखा है।
खबर के मुतबिक, अभी तक बाढ़ से 77 लोगों के मरने की खबर मिली है। आपको यह बता दें कि खबर तो यह भी है कि अब बाढ़ का पानी राजधानी पटना में घुसने वाला है, इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। उत्तर बिहार में बाढ़ का प्रकोप है। बाढ़ को देखते हुए पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने भी अफसरों को अलर्ट रहने को कहा है। साथ ही डीएम ने 24 घंटे के अंदर बचाव कार्यों के लिए उपलब्ध संसाधनों की रिपोर्ट मांगी है।
बुधवार को समीक्षा बैठक के बाद डीएम ने बताया कि अभी जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर नहीं है। लेकिन फिर भी तैयार रहने की आवश्यकता है। सभी अधिकारियों को 24 घंटे उपलब्ध रहने को कहा गया है। जिले के जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को नदियों के जलस्तर पर नजर रखने को कहा गया है, जिससे खतरा के निशान से ऊपर होने पर समय रहते ही कार्रवाई की जाए। डीएम के द्वारा बुलाई गई बैठक में सिविल सर्जन,जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता और दीघा के कार्यपालक अभियंता एबसेंट थे। साथ ही डीएम ने इसे गंभीरता से लते हुए तीनों अधिकारियों का एक दिन का वेतन स्थगित करने के साथ स्पष्टीकरण मांगा है ।
बहरहाल, डीएम ने भले ही पटना को बाढ़ से बचाने के लिए कमर कस ली हो लेकिन बिहार के अन्य इलाकों में बाढ़ ने अपना कोहराम मचा रखा है। बाढ़ से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई है। सरकार द्वारा राहत बचाव कार्य प्रगति पर है, लेकिन बिहार में कुदरत के कोहराम बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है।