अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने उत्तर प्रदेश में खोला देश का पहला ‘हिंदू कोर्ट’, पहला जज भी मिला

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नई दिल्ली: यूपी में अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने देश का पहला हिंदू कोर्ट को खोला है. बीते दिन यानी स्वतंत्रता दिवस वाले दिन इस कोर्ट को खोला गया, इस कोर्ट का नया जज भी मिल चुका है.

हिंदू महासभा ने मेरठ के शादरा रोड स्थिति पार्टी दफ्तर में इस कार्यक्रम को आयोजित किया

बता दें कि हिंदू महासभा ने मेरठ के शादरा रोड स्थिति पार्टी दफ्तर में इस कार्यक्रम को आयोजित किया था. यह कोर्ट बिल्कुल शरिया कोर्ट की तरह ही काम करेगा. इस कोर्ट को खोलने का उद्देश यह है कि हिंदुओं के मामले में सही रूप से फैसला लिया जाए. आपको बता दें कि शरिया कोर्ट मुसलमानों के निजी मामलों को सुलझाने का काम करता है. इसके लिए देशभर में कई काउंसिलिंग सेंटर भी है. अभी के वक्त में देश में करीब 100 शरिया कोर्ट चल रहें है.

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हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा का बयान

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने कहा है कि हमने शरिया कोर्टों की स्थापना के मामले पर कुछ दिन पहले चुनौती दी थी. हमने कहा था कि इन्हें देश में नहीं होना चाहिए, क्योंकि सभी के लिए एक संविधान होना चाहिए. हम इससे पहले सरकार से इस मामले में पूछ चुके थे कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं की गई तो, हम भी हिंदुओं के लिए कुछ वैसा ही कोर्ट खोलेंगे.

इस पहला कोर्ट का पहला जज पूजा शकुन पाण्डे को बनाया गया

बता दें कि इस पहले कोर्ट का पहला जज पूजा शकुन पाण्डे को बनाया गया है. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ हिंदुओं के निजी मामलों के निपटारा करेंगे. जिसमें हिंदू महिलाओं के साथ छेड़छाड़, शादी के विवाद, पैसे व संपत्ति जैसी अन्य और समस्याएं शामिल होगी. जब केंद्र में बीजेपी सरकार बनी थी तो हमें उनसे काफी उम्मीदें थी. लेकिन उन्होंने भी जाति के आधार पर हिंदुओं के बीच बांटों और शासन की रणनीति अपनाई है. ऐसे में यह कोर्ट सभी को एक साथ लेकर आएगा.

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इससे पहले पूजा शकुन पाण्डे पांच साल तक प्रोफेसर का कार्य भी कर चुकी है. उन्होंने मैथ्स और कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स भी किया है. वहीं हिंदू महासभा के एनी सदस्यों ने इस कोर्ट की स्थापना के बाद यहां के नियम-कानून का ऐलान करने के लिए दो अक्टूबर की तारीख चुनी है.