नई दिल्ली: केरल में लंबे समय के बाद लोगों को थोड़ी हद तक बाढ़ से राहत मिली है. केरल में कुछ समय पहले बाढ़ ने अपने प्रचंड रूप से काफी कहर भरपाया था. जिसके कारण केरल में काफी नुकसान और भारी संख्या में लोगों की जान भी गई. फिलहाल केरल में बाढ़ और बारिश का कहर कम हो जाने के बाद से राहत कार्य काफी तेजी से चल रहा है. यह पानी भी कम हो रहा है और तबाही का कहर हर जगह देखने को मिल रहा है.
इदुक्की जिले के चेरुथोनी की बाढ़ से पहले और बाद की तस्वीरें
आपको बता दें कि इदुक्की जिले के चेरुथोनी की बाढ़ से पहले और बाद की तस्वीरें सामने आई है, इन फोटो में चेरुथोनी बाढ़ की चपेट में आने की वजह से पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. इन तस्वीर को आईपीएस रमा राजेश्वरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. ये ही नहीं जो लोग अपने घर वापिस आ रहे है उनके चेहरे पर साफ दुख और आंसू नजर आ रहें है. क्योंकि उनके पानी में डूबे घर अब रहने के लायक नहीं बचे है. घरों में मलबा जमा हुआ है.
घर में और घर के बाहर जो बिजली की फिटिंग की गई थी वह बाढ़ की वजह से तबाह हो चुकी है. कुओं में गाद भरने से पानी मटमैला हो गया है. जहां पूरा राज्य में बाढ़ के पानी का कहर मचा हुआ था अब वह लोगों को पीने का पानी भी मुश्किल से नसीब हो रहा है. यह बताया जा रहा है कि राज्य सरकार का सारा ध्यान बाढ़ से तबाह हुए केरल को दोबारा से खड़ा करने और पहले जैसे सुंदर बनाने पर है. ताकि रिलीफ कैंप में रह रहें दस लाख से अधिक लोगों को उनके घर वापिस भेजा जा सकें.
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जेसीबी द्वारा कचरा निकाला जा रहा है
वंदीपेरियार में भी लोग अपने घर वापिस आ रहें है. यहां एक 10 वीं क्लास में पढने वाले गौतम जब अपने तहस-नहस घर में आया तो उसने सबसे पहले अपनी किताबें ढूंढ़ने की कोशिश की जो उसे नहीं मिली. पुल सड़कें सब कुछ बर्बाद हो चूका है. हर तरफ मलबा नजर आ रहा है. जेसीबी द्वारा कचरा निकाला जा रहा है. टूटी सड़कों को वापिस ठीक किया जा रहा है.
इस समय सार्वजनिक जगहों से मलबा हटाना, पीने का पानी और बिजली सप्लाई जैसी बुनियादी जरूरतों की कमी को कम करना पहली प्राथमिकता है. इस काम को करने के लिए सेना की मंद ली जा रहीं है. सेना के इंजीनियर पानी की सप्लाई को बहाल करने के लिए अलुवा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और रामामंगलम प्लांट को दुरुस्त करने में जुटे हुए है.
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