उत्तर प्रदेश: वूमेन पावर हेल्पलाइन 1090 में तैनात एक महिला उपनिरीक्षक ने दो सिपाहियों पर अभद्र्रता करने का आरोप लगाया है। पीडि़ता दारोगा का कहना है कि दोनों सिपाहियों ने शराब के नशे में अभद्रता की है। इस संबंध में जगब एडीजी से शिकायत की तो उन्होंने कार्रवाई के बजाए पीडि़ता को ही काउंसलिंग की जरूरत बता दिया। वरिष्ठï अफसर के इस रवैए को लेकर महिला दारोगा काफी क्षुब्ध है। अब पीडि़ता दारोगा ने बड़े अफसरों से शिकायत करने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि मामला 21अक्टूबर का है। पीडि़ता महिला दारोगा वूमेन पॉवर हेल्पलाइन-1090 में तैनात है। पीडि़ता का कहना है कि वह रात्रि ड्यूटी पर तैनात थी। साथ में दो अन्य पुरुष सिपाहियों की ड्यूटी थी। आरोप है कि दोनों सिपाहियों ने गाड़ी में बैठकर शराब पी और आकर कमरे में सो गए। देर रात जगाने पर सिर्फ एक सिपाही उठा और झड़प करने लगा। दारोगा ने उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। इसके बाद 27 अक्टूबर को काउंसलिंग सेक्शन में उन्हीं दोनों सिपाहियों ने काउंसलर्स के सामने अभद्रता की। पीडि़ता ने इसकी शिकायत एडिशनल एसपी से की।
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एएसपी ने मामले की जांच की और प्रकरण की जांच रिपोर्ट एडीजी को भेज दी। लेकिन एडीजी ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उल्टे दारोगा को खुद की काउंसलिंग कराने की जरुरत बताते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। पीडि़ता ने बताया कि वह असुरक्षित महसूस कर रही है। उसने अपनी जान को खतरा बताया है। एडीजी अंजू गुप्ता का कहना है कि इस मामले में जांच की गई है। सिपाहियों के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई हैं। महिला दारोगा से दोबारा बयान लिया जाएगा।
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