उमा भारती से मिलकर फूट-फूट कर रोई प्रज्ञा ठाकुर, कहा हमारे बीच कोई भी नाराजगी नही

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दो दिन पहले एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने प्रज्ञा ठाकुर पर कटाक्ष किया था. उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर को महान संत बताते हुए खुद को महामूर्ख बताया था. इसके बाद से ही मीडिया में ये चर्चा चल पड़ी थी कि भाजपा की इन दोनों नेत्रियों के बीच में मनमुटाव चल रहा है. खुद की उपेक्षा होने के कारण उमा भारती नाराज हैं. लेकिन सोमवार को मंजर बदला-बदला सा नजर आया.

असल में सोमवार को इस मनमुटाव को दूर करने के लिए भाजपा की भोपाल से प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर, उमा भारती के घर पहुंची. वहां पर घंटो दोनों एकांत में मंत्रणा करती रही, इसके बाद दोनों के बीच में जमी हुई बर्फ पिघली-पिघली सी नजर आई. अब जबकि भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने भी प्रज्ञा ठाकुर को समर्थन दे दिया है. चुनावी माहौल में ये बेहद ही महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

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मालूम हो कि अपने गहन एकांत मंत्रणा के बाद दोनों ने कहा कि हमारे बीच कोई नाराजगी नही है. और इसके बाद जब उमा भारती, प्रज्ञा को वापिस छोड़ने उनके कार तक आयीं तो प्रज्ञा उनके गले लगकर फूट-फूट कर रो पड़ी. माना जा रहा है कि उमा भारती अपनी उपेक्षा के कारण नाराज चल रही थी, उनकी इस नाराजगी को दूर करने के लिए प्रज्ञा ठाकुर के आवास पर पहुंची थी.

उमा भारती ने यहाँ पर प्रज्ञा की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि दीदी मां (प्रज्ञा ठाकुर) पहले से ही चुनाव जीती हुई हैं, अब तो हम अपनी खुशी के लिए वोट मांगेंगे. इन्होने जीवन में काफी कष्ट सहे हैं और इन्हें (प्रज्ञा ठाकुर) को सिर्फ इसलिए कष्ट दिया गया क्योंकि इनके मुंह से “हिन्दू आतंकवाद” शब्द निकाला जा सके. मैं राजनीति नही जानती मैं राजनीति में मूर्ख हूँ, लेकिन मैं प्रज्ञा के लिए प्रचार करुँगी.