पतंजलि Divya Abhyaristha के क्या फायदे और नुकसान हैं ? ( What are the advantages and disadvantages of Patanjali Divya Abhyaristha )
पतंजलि आयुर्वेद की दवाओं के लिए एक बड़ा ब्रांड बन चुका है. पंतजलि का एक प्रोडक्ट आता है Patanjali Divya Abhyarishta. इस दवा के बारे में आपने सुना हो और आप ये नहीं जानते कि यह दवा क्यों प्रयोग की जाती है या फिर इसको प्रयोग करने से हमें क्या फायदा होगा. इसके साथ ही अगर आप यह भी जानना चाहते हैं कि इसको प्रय़ोग करने की विधि क्या है, तो आपको इस पोस्ट में आपके सभी सवालों के जवाब मिल जाएगें.
क्या फायदा होता है इससे-
अगर पतंजलि की इस दवा से होने वाले फायदों की बात करें, तो इस दवा का प्रयोग मुख्यत: पाचन तंत्र से संबंधित रोगो के लिए किया जाता है. इसके अलावा भी दूसरी समस्याओं के भी इसका प्रयोग किया जाता है. इस दवा के प्रय़ोग करने से बदहजमी और कब्ज में भी आराम होता है. कब्ज के इलाज ना होने पर यह भी बहुत से रोगों का कारण बन सकता है.
दवा की मात्रा –
अगर इस दवा की मात्रा की बात करें, तो व्यस्क अधिकत्तम 30 ml तथा बुर्जुर्ग अधिकत्तम 15 ml दवा का प्रय़ोग कर सकते हैं. खाना खाने के बाद यह दवा दिन में 2 बार प्रय़ोग की जा सकती है. दीजिएगा यह मात्रा आमतौर पर दी जाती है. लेकिन हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है. इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Patanjali Divya Abhyarishta की खुराक अलग हो सकती है. इसके लिए किसी विशेषज्ञय या चिकित्सक से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: बिना chemical का ऐलोवेरा जेल घर पर कैसे बनाएं और इसके फायदे ?
इस दवा में प्रय़ोग की जाने वाली सामग्री की बात करें, तो इसमें अंगूर , हरीतकी ( हरड़ ) , निशोथ, महुआ इत्यादी का प्रयोग किया जाता है. चिकित्सा साहित्य में Patanjali Divya Abhyarishta के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें
Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.