मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह को गोली मारकर कर हत्या कर दी गई है. बता दें कि पिछले छह महीने में आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या का यह तीसरा मामला सामने आया है. मृतक कार्यकर्ता अधिकार मंच के साथ जुंडे हुए थे. उन्होंने एलआईसी घोटाला, इंदिरा आवास योजना, पुलिस. प्रशासन, और मनरेगा से जुड़े कई घोटलो का खुलासा किया है.
आपको बता दें कि बीते दिन यानी मंगलवार की दोपहर आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह मोटर साइकिल पर सवार होकर मोतिहारी से अपने घर संग्रामपुर लौट रहे थे. तभी दो अज्ञात बदमाशों ने उनको घेर लिया. इस दौरान उन्होंने राजेंद्र सिंह पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी. इस हमले में बदमाशों ने उनके तीन गोलियां मारी. जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए.
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जहां उनके ऊपर हमला किया गया, वह बिल्कुल सुनसान जगह थी. जैसे ही इस खबर की सूचना पुलिस को मिली तो वह घटनास्थल पर पहुंचकर आरटीआई कार्यकार्त राजेंद्र सिंह को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना में थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन ने कहा है कि घटनास्थल से पुलिस ने छानबीन के दौरान मोबाइल जब्त किये है. वहीं पुलिस घटनास्थल में विभिन्न हिस्सों की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. फ़िलहाल पुलिस दोनों आरोपियों का पता लगा रही है.
नागरिक अधिकार मंच के शिवप्रकाश राय ने कहा कि राजेन्द्र सिंह की हत्या आरटीआई कार्यकर्ता होने के वजह से की गई है. उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात राजेंद्र सिंह से 12 जून को हुई थी, तब उन्होंने अपनी हत्या की आशंका जाहिर की थी.
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बता दें कि इस पहले भी उनके ऊपर तीन बार जानलेवा हमले हो चुके है. इस वारदात पर मोतिहारी के एसपी उपेन्द्र शर्मा ने बताया है कि पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है वहीं मामला परिवारिक रंजिश का भी कहा जा रहा है. बिहार में इस साल आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या की यह तीसरी घटना है. इससे पहले वैशाली और सहरसा में एक-एक आरटीआई कार्यकार्ता की हत्या की जा चुकी है.