दिल्ली से सटे गाजियाबाद में इंजीनियरिंग के छात्र को जोमैटो पर काठी रोल और एक रुमाली रोटी आर्डर करना भारी पड़ गया. इस छात्र को इसकी किमत 91 हजार चुकानी पड गई. एक फोन कॉल ने छात्र से बात करते हुए 91 हजार की रकम उड़ा ली है. फिलहाल इस मामले को पुलिस में दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.
बता दें कि रामप्रस्थ कॉलोनी में रहने वाले सिद्दार्थ के पिता सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट हैं और मां निजी अस्पताल में डॉक्टर हैं. सिद्धार्थ खुद इंजीनियरिंग का पहली वर्ष का छात्र है. जोमैटो का कैश वापस करने के नाम पर किसी ने सिद्धार्थ बंसल के 91 हजार 196 रुपये निकाल लिए. इस दौरान कुल 7 ट्रांजेक्शन हुए है. जब तक फोन पर आए मैसेज को वह देख पाता, तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
एक उपभोक्ता अदालत ने फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और एक होटल पर शाकाहारी व्यंजन की जगह मांसाहारी व्यंजन वितरित करने पर 55 हजार रुपये का जुर्माना लगा चुका है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ता अदालत ने जोमैटो को 45 दिनों के भीतर पुणे के वकील षणमुख देशमुख को जुर्माने की राशि देने का निर्देश दिया था, जिन्हें न केवल एक बार, बल्कि दो बार मांसाहारी व्यंजन दिया गया था.
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वहीं जोमैटो ने उपभोक्ता फोरम को कहा है कि त्रुटि उस होटल के साथ हुई, जिसने गलत व्यंजन की आपूर्ति की, लेकिन फोरम ने इसे समान रूप से दोषी माना. होटल ने हालांकि अपनी गलती मान ली. जिसके बाद 50 हजार रुपये और मानसिक उत्पीड़न के लिए शेष राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया था.