पिछले कुछ दिनों से JNU का मुद्दा पूरे देश में गहराया हुआ है। जब से दीपिका पादुकोण JNU में पहुंची तो यह मामला और तूल पकड़ लिया। ऐसा पिछले कुछ सालों से कहा जाता रहा है कि देश का मीडिया बिक गया है लेकिन लगता है कि इंडिया टुडे इस बात को झुठला रहा हैं क्योंकि उन्होंने JNU मामलें पर ऐसा कुछ स्टिंग आपरेशन किया है जिससे केंद्र में बैठी सरकार के खिलाफी वाला काम हुआ है।
दरअसल मामला यह है कि JNU में जो हिंसा हुई थी उसको लेकर इंडिया टुडे ग्रुप ने एक स्टिंग आपरेशन किया जिसमे उन्होंने ABVP, जो BJP समर्थित छात्र ग्रुप है, के एक JNU फर्स्ट इयर छात्र के बारें में खुलासा किया। स्टिंग में अक्षत अवस्थी नाम का एक छात्र कहता हुआ दिखायी दे रहा है वह ABVP का है और वह छात्रों के ऊपर हुई हिंसा में शामिल था।
इंडिया टुडे ने उसे बाकायदा चैनल पर मास्क पहने हुआ दिखाया है। इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मास्क वाला हमलावर ही अक्षत है। हालाँकि ABVP ने बाद में इस बात से इनकार किया कि अक्षत उस ABVP का सदस्य है।
इंडिया टुडे में जेएनयू हमलावरों को पकड़ने के लिए स्टिंग ऑपरेशन में अक्षत अवस्थी ने दावा किया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पेरियार हॉस्टल पर कथित रूप से हमला करने के बाद ड्यूटी पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने भीड़ को वामपंथी छात्रों को पीटने के लिए प्रोत्साहित किया।
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जैसा कि इंडिया टुडे ने अक्षत अवस्थी के बारें में खुलासा किया है उसके मुताबिक वह JNU में फ्रेंच डिग्री प्रोग्राम के प्रथम वर्ष के छात्र हैं। वह रविवार को हुए हमले के फुटेज में और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई।
अक्षत अवस्थी ने यह भी कहा कि पुलिस परिसर के अंदर थी, न कि बाहर।
जब इंडिया टुडे की जांच टीम ने यह जानने की मांग की कि पुलिस ने क्या कहा था, तो अक्षत अवस्थी ने कहा, “उन्हें मारो।”
आपको बता दें कि इंडिया टुडे ने अपनी यह रिपोर्ट 10 जनवरी को दिल्ली पुलिस की कांफ्रेस के बाद पेश की।