राजधानी दिल्ली से इंडियन मुजाहिदीन के खूंखार आतंकी की गिरफ्तारी की गई है। बुधवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मोस्ट वांटेड आतंकी एरीज खान उर्फ जुनैद को गिरफ्तार किया है। जुनैद के ऊपर 15 लाख का इनाम था, जो कि किसी भी इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों के ऊपर रखी गई इनामी राशियों में सबसे ज्यादा है। इस आतंकी संगठन द्वारा किए गए सभी बड़े ब्लास्टों में जुनैद का नाम शामिल है। जुनैद के ऊपर नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी ने 10 लाख का और दिल्ली पुलिस ने 5 लाख का इनाम रखा था। 27 वर्षीय जुनैद का नाम दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर हुए ब्लास्टों में भी शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जन्म लेने वाला जुनैद मुजफ्फरनगर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर जिहाद के लिए इस आतंकी संगठन से जुड़ गया था। सितंबर 2008 में दिल्ली में हुए सीरियल ब्लास्ट में इंडियन मुजाहिदीन के इस आतंकी का नाम सामने आया था। उस वक्त उसके ऊपर 1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। जुनैद बाटला हाउस एनकाउंटर से खुद को बचाकर भागने में कामयाब रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया, ‘दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने एरीज खान उर्फ जुनैद को गिरफ्तार कर लिया है। वह 2008 में दिल्ली में हुए बम विस्फोटों सहित कई बमबारी की घटनाओं में शामिल था। इन सभी घटनाओं में करीब 165 लोगों की मौत हुई थी।’
Delhi Police Special Team arrested Ariz Khan alias Junaid, he was involved in many bombing incidents including 2008 Delhi serial blasts, 165 people died in incidents he was involved in: Pramod Singh Kushwaha, DCP, Special Cell Delhi Police pic.twitter.com/7Amz8N4jrR
— ANI (@ANI) February 14, 2018
कुशवाहा ने आगे बताया, ‘वह बम बनाने में और धमाकों की प्लानिंग करने में माहिर है। जुनैद बटाला हाउस मुठभेड़ में मारे गए आतंकी आतिफ आमीन का मुख्य सहयोगी था। जुनैद 2007 में उत्तर प्रदेश में हुए धमाकों में, 2008 जयपुर धमाकों में, 2008 अहमदाबाद धमाकों में शामिल था। वह बटाला हाउस एनकाउंटर के वक्त भाग गया था।’
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी को भी पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। सुभान के बाद जुनैद की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के हाथ लगने वाली दूसरी बड़ी सफलता है। कुरैशी का नाम 2008 में गुजरात में हुए सीरियल ब्लास्ट में शामिल था, इन धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी। कुरैशी सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और उसे बम बनाने में महारथ हासिल थी।