पटना में वेलेंटाइन डे मनाने पर लगी पाबंदी, इस दिन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी  

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देश भर में कट्टरपंथियों की धमकियों के बीच आज का त्यौहार मनाया जा रहा है. वहीं बजरंग दल ने वेलेंटाइन डे न मनाने को लेकर धमकी दी है. कपल्स इस दिन को मनाने के लिए पूरे साल-भर इंतज़ार करते हैं. पटना में वेलेंटाइन डे को लेकर जमकर प्रदर्शन हो रहा है. कपल्स के लिए बेहद ख़ास माने जाने वाले इस दिन को मनाने के लिए राज्य में पाबंदी लगने की खबर चर्चा में है.

वेलेंटाइन डे के मौके पर बुधवार को पटना में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने इस दिन को प्यार के दिवस के रूप में मनाने को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. हिंदू महासभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पटना के गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक के पास इस दिन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

 

valentine day -

हिंदू महासभा का विरोध

अखिल भारतीय हिंदू महासभा इस वेलेंटाइन सप्ताह का पुरजोर विरोध करती है. दरअसल लोग इस दिन का इस्तेमाल गलत तरीके से करते हैं. लड़कियों के छेड़ने, असंवैधानिक कार्य खुली छुट समझकर इस दिन का गलत फायदा उठाते हैं.पूर्व समय में वैलेंटाइन डे मनाने का जश्न सिर्फ एक दिन देखने को मिलता था अब पूरे हफ्ते इस दिन का फायदा उठाते हुये राजधानी के साथ हर इलाके में सार्वजनिक तौर पर बदतमीजी की जाती है.हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि आमतौर पर 14 फरवरी के बाद महिलाओं और लड़कियों के ऊपर एसिड अटैक और जानलेवा हमले के मामले सामने आते हैं और इसी के लिए वह इस दिन का विरोध कर रहे हैं.बता दें कि सबसे पहले इस दिन के विरोध में वेलेंटाइन डे का पुतला जलाया गया. इसके बाद प्यार की निशानियां जैसे कि गुलाब का फूल, ग्रीटिंग कार्ड और चॉकलेटस में भी आग लगा दी. विरोध प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ता लगातार जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे और कह रहे थे कि इस दिन को लड़के लड़कियों को छेड़ने के लिए इस्तेमाल करते हैं.हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के साथ-साथ बिहार सरकार से भी मांग की कि अगले साल से वेलेंटाइन डे मनाने पर पूरी तरीके से पाबंदी लगाई जाए. कार्यकर्ताओं का कहना था कि वेलेंटाइन डे भारतीय संस्कृति के खिलाफ है.

आम युवती का बयान

इसी बीच एक खबर है कि एक युवती हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं का जमकर विरोध किया. उसके कहे मुताबिक ये दिन कपल्स अपने प्यार का इज़हार करने के लिए करते है. आपसी सहमति से इस दिन को मनाया जाता है.महासभा जैसे लोगों के कारण प्यार को गलत समझा रहा है और समाज में प्यार के लिए अवैध जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है.