पंजाब की ग्राम पंचायतों की संख्या कितनी है और इसका इतिहास क्या ?

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पंचायत चुनाव
पंचायत चुनाव

पंजाब की ग्राम पंचायतों की संख्या कितनी है और इसका इतिहास क्या ? ( How many gram panchayats are there in Punjab and what is its history ?)

भारत एक लोकतांत्रिक देश है. जहां पर नेताओं का चुनाव आम लोगों द्वारा अपने संवैधानिक वोट डालने के अधिकार के द्वारा किया जाता है. लोकसभा या विधानसभा के लिए चुने गए नेताओं के लिए किसी गांव या किसी कस्बे की सभी जरूरतों का ध्यान रख पाना संभव नहीं हो सकता था. इसी को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायतों की स्थापना की गई. ग्राम पंचायत भारत में प्राचीन काल से ही किसी ना किसी रूप में चली आ रही हैं. आजादी से पहले प्राचीन , मध्यकाल , ब्रिटिस शासनकाल में भारत में ग्राम पंचायतें अलग अलग स्वरूपों में अस्तीत्व में रहीं हैं.

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पंचायत चुनाव

पंजाब में कितनी ग्राम पंचायते हैं-

ग्राम पंचायतें स्थानीय प्रशासन की सबसे छोटी इकाई होती हैं. ग्राम पंचायत में मुखिया को सरपंच कहा जाता है. पंजाब में लगभग 15139 ग्राम पंचायते हैं. पीछली बार यहां हुए पंचायत चुनाव में 13276 सरपंचों के पदों के लिए चुनाव हुए थे तथा 1863 सरपंच पद के उम्मीदवारों का पंजाब में निर्विरोध चुनाव हुआ था. गांव में सरपंच पद के साथ ही पंचों के चुनाव भी होते हैं.

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ग्राम पंचायत चुनाव

पंजाब में ग्राम पंचायत का इतिहास-

पंजाब में यदि पहली ग्राम पंचायत की बात करें, तो यह पंजाब ग्राम पंचायत एक्ट-1952 के तहत बनी थी. इस सबसे छोटी सरकार का कार्यकाल 3 वर्ष का था. उस समय की बात करें, तो सरपंच का चुनाव पंच मिलकर करते थे तथा सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उसे हटा भी सकते थे. इन चुनावों में महिलाओं के लिए कोई भी कोटा निर्धारित नहीं किया गया था. इतना ही नहीं उस समय इन चुनाव के लिए कोई आचार संहिता भी नहीं होती थी. ग्राम पंचायतों के चुनाव करवाने के लिए वहां का प्रशासन शिक्षकों की छोटी सी टीम बनाकर चुनाव करवाने के लिए भेज देते थे. उस समय यह भी बहुत देखने को मिला कि कुछ गांव में सभी पंच एक ही प्रभावशाली परिवार से चुनकर आ जाते थे.

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 अगर इसमें होने वाले पहले बदलाव की बात करें, तो 1963 में पंजाब सरकार ने पंचायती राज एक्ट में संशोधन किया जिसके बाद गांव का मतदाता सीधे सरपंच का चुनाव कर सकता था. पंचायत का कार्यकाल तीन साल से बढ़ाकर 5 साल कर दिया गया.

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