राजस्थान के इस शहर में मकान तोड़ा तो चुकाने पड़ेंगे 2 लाख रुपए… | Heritage Authority blueprint ready, strict rules and regulations | Patrika News

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राजस्थान के इस शहर में मकान तोड़ा तो चुकाने पड़ेंगे 2 लाख रुपए… | Heritage Authority blueprint ready, strict rules and regulations | Patrika News

राजस्थान के इस शहर में मकान तोड़ा तो चुकाने पड़ेंगे 2 लाख रुपए… | Heritage Authority blueprint ready, strict rules and regulations | News 4 Social

अथॉरिटी के प्रारूप पर सरकार की मुहर लगते ही इसे आगामी विधानसभा सत्र में रखा जाएगा। वहां से यह पास होते ही विश्व विरासत सूची में शामिल एरिया के लिए अलग से प्राधिकरण होगा। यह हेरिटेज को संरक्षित रखने और जयपुर के अतीत और वर्तमान को जीवंत रखने का सबसे बड़ा काम होगा।

चारदीवारी क्षेत्र को संरक्षित रखने और सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी हेरिटेज प्राधिकरण की होगी। इसके प्रारूप में कड़े नियम कायदे तैयार किए गए है। इस पर सरकार की दिसम्बर माह में मुहर लग सकती है। अथॉरिटी बनने के बाद परकोटा क्षेत्र में नक्शे पास करना, भवन निर्माण व जीर्णोद्धार की अनुमति अथॉरिटी देगी। वहीं मूलभुत सुविधाओं के विस्तार के साथ लोगों को बेहतर जीवन उपलब्ध कराने का काम अथॉरिटी करेगी। इसमें सड़क, सीवरेज, पेयजल व बिजली की लाइन डालने से पहले भी अथॉरिटी की अनुमति जरूरी होगी।

हेरिटेज अथॉरिटी का यह होगा ढांचा, दो कमेटियां करेंगी संचालित
1. ‘हेरिटेज अथॉरिटी बोर्ड’ हाइपावर कमेटी
‘हेरिटेज अथॉरिटी बोर्ड’ उच्च स्तरीय हाइपावर कमेटी होगी। राज्य सरकार इसका चेयरमैन बनाएगी। इसके साथ ही इस प्राधिकरण में अलग से सतर्कता टीम होगी, जिसका मुखिया एसपी स्तर का अधिकारी होगा। इसमें एक नगर नियोजन विभाग का अफसर होगा, जो सीनियर टाउन प्लानर से बड़ा अधिकारी होगा। यह करीब 16 सदस्यीय स्टेट लेवल कमेटी होगी। इसमें जिला कलेक्टर के अलावा दोनों नगर निगमों की मेयर और आयुक्त इसके सदस्य होंगे। इसके अलावा वित्त, ट्रैफिक पुलिस, जलदाय विभाग, विद्युत वितरण निगम, पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों के प्रमुख भी इसके सदस्य होंगे।

2. एग्जीक्यूटिव कमेटी
यह कमेटी कार्यों का संचालन और नियमों की पालना का काम देखेगी। इसका चेयरमैन आईएएस अधिकारी होगा। इसके अलावा 8 अन्य सदस्य होंगे।
यूं बांटे अथॉरिटी के मुख्य काम
1. अतिक्रमण और अवैध निर्माण रोकना व हटाना: शहर के मूल स्वरूप को बरकरार रखने के लिए किसी भी तरह के अतिक्रमण और अवैध निर्माणों पर कार्रवाई का अधिकार होगा।
2. इन्फ्रास्ट्रक्चर लागू करना : चारदीवारी क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजूबत करने के साथ ही लोगों के रहने लायक माहौल तैयार करना।
3. हेरिटेज संरक्षण व नियमों की पालना कराना : जयपुर के हेरिटेज को संरक्षित रखना, अथॅारिटी के नियमों की पालना करवाना।
4. लोगों को जागरूक करना : हेरिटेज संरक्षण और उसके महत्व को लेकर जनता को जागरूक करने का काम भी अथॉरिटी करेगी, जिससे हेरिटेज संरक्षण में जनता की भागीदारी सुनिश्चित कराई जा सके।
5. हेरिटेज फंड : विश्व विरासत क्षेत्र के विकास के साथ बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अलग से हैरिटेज फंड बनाया जाएगा। इसका अलग से बजट होगा। इसके लिए सरकार से ग्रांट ली जाएगी या पंजीयन और सुविधाओं के नाम पर जनता से टैक्स वसूल किया जाएगा।
6. हेरिटेज निगम से समन्वय करना :अथॉरिटी हेरिटेज नगर निगम के साथ समन्वय कर काम करेगी।

अथॉरिटी में ये चौकड़ियां शामिल
— चौकड़ी रामचन्द्रजी
— चौकड़ी घाट दरवाजा
— चौकड़ी तोपखाना देश
— चौकड़ी तोपखाना हजूरी
— चौकड़ी गंगापोल
— चौकड़ी विश्वेश्वरजी
— चौकड़ी मोदीखाना
— चौकड़ी पुरानी बस्ती यह भी पढ़े: 300 साल बाद जयपुर के चारदीवारी क्षेत्र का अलग से मास्टर प्लान, ऐसा बना ब्ल्यू प्रिंट

यूनेस्को के दखल के बाद जागे…
विश्व विरासत शहर की सूची में जयपुर के शामिल होने के बाद यूनेस्को के दखल के बाद सरकार जागी। चारदीवारी की बिगड़ती स्थिति पर यूनेस्को ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद सरकार ने अलग से अथॉरिटी गठन की प्रक्रिया शुरू की, इसके प्रारूप को तैयार करने के लिए नगरीय विकास विभाग के सलाहकार जी.एस.संधु की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया। हैरिटेज के संरक्षण और सुनियोजित विकास के लिए हैरिटेज विकास प्राधिकरण का खाका तैयार किया है।



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