जिस महिला को मृत मानकर 3 दिनों तक तालाब छानती रही पुलिस, 13 दिन बाद जीवित पहुंची थाने… जानिए पूरा मामला

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जिस महिला को मृत मानकर 3 दिनों तक तालाब छानती रही पुलिस, 13 दिन बाद जीवित पहुंची थाने… जानिए पूरा मामला

जिस महिला को मृत मानकर 3 दिनों तक तालाब छानती रही पुलिस, 13 दिन बाद जीवित पहुंची थाने… जानिए पूरा मामला

बांदा: बांदा में एक महिला को मृत तानककर तीन दिनों तक पुलिस तालाब में खोजबीन करती रही। लाश के लिए गोताखोरों तक की मदद ली गई। लाश नहीं मिली तो पुलिस थक-हारकर बैठ गई। 13 दिन बाद वही महिला कानपुर के एक थाने में जीवित पहुंचकर घटना को नया मोड़ दे दिया है। थाने में जीवित पहुंची महिला ने कहा कि ससुराली जनों ने उसका अपहरण कर लिया था। किसी तरह से उनके चंगुल से छूट कर वह अपनी जान बचाने में सफल हुई है।

घटना उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा में शहर कोतवाली अंतर्गत अवंती नगर मोहल्ले से जुड़ी है। तिंदवारी थाना क्षेत्र के ग्राम मुंगूस की रहने वाली सुनीता (22) पुत्री मेवालाल का बांदा शहर के अवंती नगर मोहल्ले में बच्चा नामक युवक के साथ शादी हुई है। 3 जुलाई को पुलिस ने शहर के ऐतिहासिक नवाब टैंक के एक घाट में सुनीता की साड़ी और उसमें लिपटा हुआ एक सुसाइड नोट बरामद किया था। इसमें लिखा गया था कि मैं तालाब में कूदकर आत्महत्या कर रही हूं। पुलिस ने इस मामले में पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पूछताछ में पता चला था कि पति-पत्नी के बीच रात में विवाद हुआ था। इससे वह घर से नाराज होकर चली गई है।

पुलिस ने इसे आत्महत्या का केस मानते हुए तालाब में गोताखोरों की मदद से शव को तलाशना शुरू किया। लेकिन सारा दिन तालाब खंगालने के बाद भी शव बरामद नहीं हुआ। इसके बाद भी पुलिस 2 दिन तक और शव को ढूंढती रही फिर भी पुलिस को शव नहीं मिला। 13 दिन बाद अचानक महिला कानपुर के सीसामऊ थाने में जीवित प्रकट हो गई। जिससे बांदा के नवाब टैंक में युवती द्वारा छलांग लगाकर आत्महत्या करने की घटना नाटकीय निकली।

महिला ने बताई अलग कहानी
थाने में जीवित पहुंची महिला ने अलग ही कहानी बताई। उसने पुलिस को बताया कि 3 जुलाई की सुबह अपनी ससुराल अवंती नगर लोधी कॉलोनी से मैं सुबह शौच के लिए निकली थी। उसी समय कुछ लोगों ने मुझे दबोच कर बोलेरो में बैठा लिया। नशीला पदार्थ सुंघा कर बेहोश कर दिया। होश आने पर मैंने अपने आप को एक कमरे में पाया। जहां चार नकाबपोश और एक महिला मौजूद थी। उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी और इस दौरान लगातार मेरा शारीरिक शोषण करते रहे। 15 जुलाई को सुबह मैं किसी तरह से इनके चंगुल से निकल भागी और टेंपो से सीसामऊ थाने पहुंच गई। पुलिस ने महिला को उसके पिता को सुपुर्द कर दिया है।

पति से परेशान होकर लिखा सुसाइड नोट
महिला ने नवाब टैंक में मिले सुसाइड नोट के बारे में बताया कि पति से परेशान होकर मैंने यह पत्र कई दिन पहले लिखा था। वह पति के हाथ लग गया। उसने गलत इस्तेमाल कर मेरा अपहरण करा दिया। घटना की सूचना महिला द्वारा तिंदवारी थाने में दी गई है, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। महिला ने बताया कि उसे पति और ससुराली जनों से जान का खतरा है। साथ ही, उसने अपनी 8 माह की पुत्री को ससुराली जनों से वापस दिलाने की मांग की है। (रिपोर्ट : अनिल सिंह)

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