‘जनसंख्या नियंत्रण पर सड़क छाप बात कर रहे मुख्यमंत्री’, सुशील मोदी बोले- माफी मांगें नीतीश कुमार

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‘जनसंख्या नियंत्रण पर सड़क छाप बात कर रहे मुख्यमंत्री’, सुशील मोदी बोले- माफी मांगें नीतीश कुमार

‘जनसंख्या नियंत्रण पर सड़क छाप बात कर रहे मुख्यमंत्री’, सुशील मोदी बोले- माफी मांगें नीतीश कुमार


नील कमल, पटना: एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) ने कहा कि महिलाओं में प्रजनन दर बढ़ रहे हैं तो उन्हें शिक्षित होना चाहिए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरुष लोग तो करते ही रहते हैं। उनको पता ही नहीं होता कि बच्चा पैदा करना है या नहीं। बीजेपी ने मुख्यमंत्री के इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हाल ही में इंजीनियर कॉलेज का दौरा करने गया नीतीश कुमार ने कॉलेज के प्रशासन को हर शनिवार रविवार को छात्र-छात्राओं को फिल्म दिखाने का निर्देश देने वाला जैसा बयान भी दिया था। बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया है कि कुछ समय पहले बीजेपी की एक महिला विधायक द्वारा आदिवासी समाज के महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महुआ चुनने और स्टोर करने का अधिकार देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की थी। इस मांग पर सीएम ने उन्हें कहा था कि आप तो बहुत सुंदर है लेकिन आप की सोच बिल्कुल अलग है। अब प्रजनन दर को लेकर मुख्यमंत्री के बयान पर सुशील कुमार मोदी ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।

सीएम का महिलाओं पर सेक्सी कमेंट किया जाना शर्मनाक

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने जिस तरह से महिलाओं पर सेक्सी कमेंट किया है, वह शर्मनाक है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि RJD की संगत में जाने के बाद से नीतीश कुमार भाषा की मर्यादा और संवेदनशीलता खोते जा रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि जो पियेगा, सो मरेगा’, विरोधियों को ‘तुम-तुमको’ कह कर संबोधित करना और पुरुषों के महिलाओं से रोज-रोज शारीरिक संबंध बनाने की बात महिलाओं की सार्वजानिक सभा में कहना अत्यंत अमर्यादित और आपत्तिजनक है।

सीएम से नहीं थी सड़क छाप बयान की अपेक्षा: सुशील मोदी

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा BJP प्रजनन दर कम करने और जनसंख्या नियंत्रण का समर्थन करती है। लेकिन नीतीश कुमार जिस तरह से इसके लिए केवल महिलाओं की अशिक्षा और पुरुषों की मनमानी को गाली की तरह बयां कर रहे हैं, वह एक मुख्यमंत्री के लिए अशोभनीय है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रजनन दर पर ऐसे सड़क-छाप बयान की मुख्यमंत्री से अपेक्षा नहीं की जा सकती।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को लैंगिक भेदभाव और कामुकता से भरा बयान अविलंब वापस लेना चाहिए। सुशील कुमार मोदी ने पूछा कि नीतीश कुमार बतौर मुख्यमंत्री यह बता कर युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं ? सुशील मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार युवाओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि वह अपने कॉलेज जमाने में लड़कियों का पीछा किया करते थे।

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