World Tuberculosis Day 2023: गांवों से ज्यादा शहरों के लोग टीबी के शिकार, प्रदूषण के कारण धीमी है रिकवरी की रफ्तार
World TB Day 2023: गाजियाबाद में टीबी को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है। इसके मुताबिक, गांवों के मुकाबले टीबी के मरीज शहरों में ज्यादा हैं। यहां प्रदूषण के कारण टीबी से रिकवरी भी काफी कम है।
50 पर्सेंट मरीज लंग्स वाली टीबी के हैं
पसोंडा टीबी सेंटर इंचार्ज डॉक्टर आरके शर्मा ने बताया कि जिले में 50% मरीज लंग्स टीबी से जुड़े हैं। वहीं, अन्य मरीज़ सामान्य टीबी के हैं। टीबी बालों और नाखून को छोड़कर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। इसमें अगर लापरवाही बरती गई तो एक मरीज़ अपने जैसे 15 से 20 मरीज़ आसानी से बना सकता है। शहर में रिकवरी कम होने का कारण प्रदूषण भी है। क्योंकि प्रदूषण के चलते मरीज़ों को सांस लेने में दिक्कत आती है। यह जानलेवा भी साबित हो जाती है। टीबी कोई सी भी हो दवाइयों और खानपान व साफ-सफाई का ध्यान हमेशा रखना चाहिए। टीबी सेंटर से जुड़े राघवेंद्र चौहान ने बताया कि ज़िले में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। अब तक 10000 से ज्यादा टीबी मरीज़ों को निजी संस्थाओं की मदद से गोद लिया जा चुका है।
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