देशभर के अधिकांश पेट्रोल पंप हड़ताल पर जाने की बता कर रहे है। जी हाँ, अगर सरकार ने इनकी मांग नहीं मांगी तो ये हड़ताल पर चले जाएँगे, जिसके बाद से पूरे देश में यात्रा प्रभावित हो सकती है। अब आप सोच रहे होंगे कि पेट्रोल पंप हड़ताल पर क्यों जाएँगे तो चलिए आपको बताते है कि इनके हड़ताल पर जाने के पीछे की वजह….
खबर के मुताबिक, देश के 54 हजार से भी ज्यादा पेट्रोल पंप 13 अक्टूबर को हड़ताल पर जाने वाले है, जिसके बाद देश के इन पेट्रोल पंप पर आपको नहीं मिलेगा पेट्रोल। आसार तो ये लग रहे है कि सरकार इनके मांगों पर झुकने वाली नहीं है, ऐसे में पेट्रो पंप हड़ताल पर जा सकते है।
आपको बता दें कि अगर सरकार ने ये इनकी मागों को मांग ली तो आपको भी फायदा होगा। साथ ही आपको ये भी बता दें कि सरकार के सामने अपनी मांगो को रखने के लिए यूनाइटेड पेट्रोल फ्रंट यह कदम उठा रही है, जिसकी अगुवाई में पेट्रोल पंप के कर्मचारी हड़ताल करेंगे।
क्या है पूरा मांजरा….
दरअसल, यूपीएफ का कहना है कि 13 अक्टूबर को देशभर में 54 हजार पेट्रोल पंप हड़ताल पर रहेंगे। इतना ही नहीं मामला सिर्फ हड़ताल तक ही नहीं सीमित रहा बल्कि कर्मचारियों ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं, तो वे 27 अक्टूबर को ईंधन खरीदना और बेचना बंद कर देंगे।
कर्मचारियों की ये हैं मांगे….
आपको बता दें कि हड़ताल करने वाले पेट्रोल पंप यूनियनों की मांग है कि उनका मार्जिन बढ़ाया जाने के साथ ही इसमें हर 6 महीने में बदलाव किया जाए। इनकी मांग की लिस्ट यही नहीं खत्म हुई है बल्कि इन्होंने आगे मांग करते हुए कहा कि निवेश पर बेहतर रिटर्न के सुचारू नियम बनाने के साथ ही कर्मचारियों की कमी के मसले का हल निकाला जाए। गौरतलब है कि यूनियन और कर्मचारियों की मांग कर रही है।
बहरहाल, अब देखना ये होगा कि सरकार इनकी मांगों के सामने झुकती है या नहीं, ये तो खैर वक्त ही बताएगा। लेकिन अगर ये हड़ताल पर गये तो लोगों को बड़ा नुकसान होगा।