मंकीपॅाक्स क्या है और इसके लक्षण बताएं ?

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मंकीपॅाक्स क्या है और इसके लक्षण बताएं ? ( What is monkeypox and its symptoms? )
मंकीपॅाक्स क्या है और इसके लक्षण बताएं ? ( What is monkeypox and its symptoms? )

मंकीपॅाक्स क्या है और इसके लक्षण बताएं ? ( What is monkeypox and its symptoms? )

मंकीपॅाक्स- वर्तमान समय में हमें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. काफी बार समस्या सिर्फ इस वजह से बढ़ जाती है कि हमें इसके बारे में पता नहीं होता है. इसी कारण हम इसको बहुत हल्के में लेते हैं. यहीं वजह है कि शिक्षित वर्ग के लोग बीमारियों तथा उनके लक्षणों को पहले से जान लेते हैं. जिसकी वजह से जागरूकता आती है तथा किसी भी बीमारी से होने वाले नुकसान को कम से कम किया जा सकता है. लोगों के मन में अऩेंक बीमारियों से संबंधित कई तरह के सवाल होते हैं. इसी तरह का एक सवाल जो आमतौर पर पूछा जाता है कि मंकीपॅाक्स क्या है और इसके लक्षण बताएं ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

मंकीपॅाक्स
मंकीपॅाक्स

मंकीपॅाक्स क्या है-

सबसे पहले तो हमारे सामने यहीं सवाल आता है कि आखिर मंकीपॅाक्स बीमारी क्या है. अगर बिल्कुल साधारण शब्दों में समझे तो यह एक दुर्लभ वायरस होता है. जो जानवरों से इंसानों में फैलता है. यह देखने में स्माल पॅाक्स का बड़ा रूप लगता है. अगर इसके लक्षणों की बात करें, तो इसके लक्षण भी स्माल पॅाक्स से मिलते हैं. काफी लोगों के मन में सवाल होता है कि इसको मंकीपॅाक्स क्यों कहा जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह वायरस पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गएं बंदरों में मिला था. इसी वजह से इसको मंकीपॅाक्स कहा जाता है. ऐसा नहीं है कि यह बीमारी सिर्फ बंदरों से ही फैल सकती है. दरअसल, गिलहरी , चूहे इत्यादी के संपर्क से भी यह वायरस फैल सकता है.

मंकीपॅाक्स
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मंकीपॅाक्स का सबसे पहला मामला –

मंकीपॅाक्स वायरस प्रकृति में कब से है , इसका पता लगाना तो लगभग असंभव है. लेकिन अगर इंसानों में मंकीपॉक्स की बात करें, तो इसकी सबसे पहले 1970 में पहचान हुई. रिपब्लिक ऑफ कांगो में एक 9 साल के लड़के में यह वायरस देखने को मिला था. अगर इस वायरस के प्रसार की बात करें, तो किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क की वजह से यह वायरस दूसरे व्यक्ति में प्रवेश कर सकता है. इसके अलावा अगर वायरस से दूषिक सामग्री का प्रयोग किया जाता है, तो भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं. कुछ स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि यौन संपर्क के माध्यम से भी यह वायरस दूसरे में प्रवेश कर सकता है.

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किसी भी बीमारी का समय पर इलाज कराने से हम उसके गंभीर परिणामों से खुद को बचा सकते हैं. समय पर इलाज कराने के लिए जरूरी है कि हमें उस बीमारी के बारे में समय से पता चल जाएं. इसके लिए उस बीमारी के लक्षण हमारी बहुत मद्द कर सकते हैं. अगर मंकीपॅाक्स के लक्षणों की बात करें, तो इसमें पूरे शरीर में लाल रंग के दाने , निमोनिया , तेज सिर दर्द , मांसपेशियों में दर्द , अत्यधिक ठंड लगना , शरीर में सूजन , समय के साथ लाल चकते घाव का रूप ले लेते हैं इत्यादी लक्षण देखने को मिलते हैं. अगर इसका संक्रमण होता है, तो सामान्यतौर पर 6 से 13 दिनों के अंदर इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं या फिर 5 से 21 दिनों में भी लक्षण सामने आ सकते हैं.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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