पुलिस ने गोहत्या के मामले में दो लड़कियों को जेल भेजा

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आजकल देश में सबसे चर्चित मुद्दा गाय है. हर कोई गौमाता के नाम पर अपनी राजनैतिक और व्यग्तिगत खुंदक निकालने के लिए तैयार बैठा है. पिछले कुछ महीनो में ऐसी कई घटनाएं सामने आयी हैं जहां मवेशियों के मालिकों को भीड़ ने अपना शिकार बनाया हो या उनके साथ मार-पीट की हो.

मुज़फ्फरनगर की नाबालिग लड़कियों को जेल भेजा

उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर से गौहत्या का नया मामला सामने आया है. यहाँ पुलिस ने गौ हत्या से जुड़े एक केस में 2 नाबालिग़ मुस्लिम लड़कियों को जेल भेज दिया है. इनमें से एक की उम्र 12 साल और एक की उम्र 16 साल है. इन दोनों के अलावा पुलिस ने इस मामले में लड़की की मां और 6 दूसरे लोगों को भी गिरफ्तार किया है. कहा जा रहा है कि दोनों लड़कियों को अदालत में बालिग दिखाया गया और जेल भेज दिया गया. जब लड़कियों का आधार कार्ड देखा गया तो इनमें से एक का जन्म 2001 और दूसरी का जन्म 2005 में हुआ है. इस वजह से इन्हें जुवेनाइल होम भेजा जाना चाहिए था.

छापेमारी कर पुलिस ने पकड़ा

शुक्रवार (29 दिसंबर) को खतौली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में दो मकानों में छापा मारकर पांच महिलाओं सहित नौ लोगों को गोकशी के आरोप में गिरफ्तार किया. पुलिस का कहना है उनके पास से कथित तौर पर तीन क्वींटल गोमांस ज़ब्त किया गया है. पुलिस क्षेत्राधिकारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने खतोली नगर में छापा मारा और तुरंत कार्यवाही करके मौके से गोमांस जब्त कर लिया. सिंह ने ये भी बताया कि उत्तर प्रदेश गोवध रोकथाम अधिनियम, 1955 के तहत एक मामला दर्ज कर सभी नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि 4 आरोपी मौक़ा-ए-वारदात से भागने में सफल रहे. खतोली पुलिस स्टेशन इंचार्ज अंबिका प्रसाद भारद्वाज ने कहा, ‘गिरफ्तार किये गये लोग गोकशी में लिप्त थे,  लड़कियों के पिता नसीमुद्दीन के खिलाफ गोकशी के कई मामले दर्ज हैं, हमने वहां से गोमांस और पांच गायों के अवशेष बरामद किये हैं।’

तुरंत किया अदालत में पेश

पुलिस ने सभी आरोपियों को उसी दिन शाम को एक स्थानीय अदालत में पेश किया. जिसके बाद  अदालत ने इन सब को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. क़ानून के मुताबिक नाबालिगों को ना तो हथकड़ी लगाई जा सकती है और ना ही उन्हें जेल भेजा जा सकता है, बल्कि उन्हें जुवेनाइल होम ही भेजा जाता है. लड़कियों का पिता नसीमुद्दीन, जिसे पुलिस आरोपी भी बता रही है, घटना के बाद से फरार है. इस मामले में एसएसपी अजय शाहदेव ने खतोली सर्किल ऑफिसर को जांच के आदेश दिये हैं.

पुलिस की कार्यवाही से लोगो में गुस्सा

घटना के तुरंत बाद कई लोग प्रदर्शन करने लगे और सवाल उठाया है कि आखिर पुलिस ने दो नाबालिग लड़कियों को क्यों गिरफ्तार किया है? AIMIM के  नेता शादाब अहमद ने कई लोगों के साथ मुज़फ्फरनगर में पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और पूछा कि आखिर पुलिस ने लड़कियों को क्यों गिरफ्तार किया? पुलिस उन्हें किस कानून के तहत गिरफ्तार कर सकती है.