Hubble Telescope: अंतरिक्ष में खराब हुई धरती की ‘आंख’, NASA के हबल स्‍पेस टेलिस्‍कोप ने बंद किया काम

279
Hubble Telescope: अंतरिक्ष में खराब हुई धरती की ‘आंख’, NASA के हबल स्‍पेस टेलिस्‍कोप ने बंद किया काम

Hubble Telescope: अंतरिक्ष में खराब हुई धरती की ‘आंख’, NASA के हबल स्‍पेस टेलिस्‍कोप ने बंद किया काम

हाइलाइट्स:

  • अंतरिक्ष में ‘धरती की आंख’ कहे जाने वाले हबल स्‍पेस टेलिस्‍कोप ने काम करना बंद कर दिया है
  • पिछले 30 साल से सक्रिय हबल टेलिस्‍कोप के 1980 के दशक के कंप्‍यूटर में खराबी आ गई है
  • नासा ने बताया कि हबल के कंप्‍यूटर की मदद से विज्ञान से जुड़े उपकरणों को नियंत्रित किया जाता

वॉशिंगटन
अंतरिक्ष में ‘धरती की आंख’ कहे जाने वाले हबल स्‍पेस टेलिस्‍कोप ने काम करना बंद कर दिया है। बताया जा रहा है कि पिछले 30 साल से अंतरिक्ष में रहकर अनगिनत खोज करने वाले हबल टेलिस्‍कोप के 1980 के दशक के एक कंप्‍यूटर में खराबी आ गई है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि हबल के इसी कंप्‍यूटर की मदद से विज्ञान से जुड़े उपकरणों को नियंत्रित किया जाता था।

हबल टेलिस्‍कोप को वर्ष 1990 में पृथ्‍वी की निचली कक्षा में लॉन्‍च किया गया था। कंप्‍यूटर खराब होने से अब इस दूरबीन ने खगोलीय तस्‍वीरों को लेना बंद कर दिया है। हबल टेलिस्‍कोप को नासा और यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी के संयुक्‍त प्रॉजेक्‍ट के रूप में तैयार किया गया था। नासा ने बताया कि रविवार शाम चार बजे के बाद से हबल ने काम करना बंद कर दिया है। नासा ने कहा कि खराब मेमोरी बोर्ड की वजह से हबल में य‍ह दिक्‍कत आई है।

हबल की जगह पर 10 अरब डॉलर का जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप
नासा के मेरीलैंड स्थित स्‍पेस फ्लाइट सेंटर के वैज्ञानिकों ने इस कंप्‍यूटर को सोमवार को रिस्‍टार्ट करने की कोशिश की लेकिन फिर वही चीज दोबारा हो गई। वे अब बैकअप मेमोरी यूनिट को बंद करने का प्रयास कर रहे हैं। अभी तक कथित रूप से कैमरा और अन्‍य उपकरण सेफ मोड में हैं। अगर ट्रिक काम करती है तो टेलिस्‍कोप को एक दिन टेस्‍ट किया जाएगा और उसके बाद ही वैज्ञानिक उपकरणों को ऑन किया जाएगा ताकि अंतरिक्ष पर नजर रखने के काम को दोबारा शुरू किया जा सके।

नासा ने बताया कि यह कंप्‍यूटर सिस्‍टम वर्ष 1980 के दशक का है। यह पूरा सिस्‍टम वर्ष 2009 में अंतिम बार बदला गया था। नासा के प्रवक्‍ता ने कहा कि कंप्‍यूटर में 4 मेमोरी मॉड्यूल हैं लेकिन केवल एक की ही जरूरत है। वर्ष 1990 में लॉन्‍च किया गया हबल टेलिस्‍कोप अब धीरे-धीरे बूढ़ा होता जा रहा है। कई बार इसकी मरम्‍मत की गई है, फिर भी इसमें दिक्‍कतें आने लगी हैं। नासा अब हबल की जगह पर 10 अरब डॉलर का जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप लॉन्‍च करने जा रही है।

यह भी पढ़ें: ओलंपिक खेलों मे भारत को Boxing में सबसे पहला मेडल किसने दिलाया ?

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.

Source link