पहली बार के मतदातों के लिए अपील करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अपील की थी, जिसमे उन्होंने पहली बार मतदान करने जा रहे युवा मतदाताओं से कहा था कि “क्या आपका पहला वोट पुलवामा के शहीदों को समर्पित हो सकता है?
इसके बाद चुनाव आयोग ने इस बात को संज्ञान में लेते हुए बताया है कि सैन्य बलों का राजनीतिक फायदे के लिए उपयोग न करने के चुनाव आयोग के निर्देशों का यह सरासर उल्लंघन है.
सूत्रों के मुताबिक राज्य के निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी के सूचनाओं के आधार पर प्रथम दृष्टया इसे चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन माना है.
निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक उन्होंने इस भाषण को मुख्य चुनाव अधिकारी के पास भेज दिया है, अंतिम निर्णय अब उन्ही के हाथो में है.
अब अगर चुनाव आयोग जिला निर्वाचन अधिकारी के रिपोर्ट से सहमत होते हैं तो नरेंद्र मोदी से चुनावी अचार संहिता के उल्लंघन से सम्बंधित स्पष्टीकरण की मांग की जा सकती है.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने 9 मार्च को एक बयान जारी करके सुरक्षाबलों का उपयोग चुनाव प्रचार में न करने को कहा था.