क्या पाकिस्तान ने लॉकडाउन किया या नहीं ?
पाकिस्तान में कोरोना वायरस का कहर दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान में डेढ़ हज़ार से ज़्यादा कोरोना के मरीज़ पाए गए हैं। जहाँ दुनियभर में लॉक डाउन जारी है वही पाकिस्तान में सम्पूर्ण लॉक डाउन पर प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने सारे से खारिज कर दिया है।
इमरान ख़ान ने पाकिस्तान में सौ फ़ीसदी लॉक डाउन से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि इससे गरीब और कमज़ोर तबका बेमौत मारा जाएगा। आपको बता दे की बलूचिस्तान में 115, पंजाब में 296, खैबर पख्तूनख्वा में 117, गिलगित-बाल्टिस्तान में 80 और इस्लामाबाद में 15 में कोरोना वायरस के मामले सामने आये है। सबसे अधिक पंजाब और ख़ैबरपख्तूनवा में कोरोना पीड़ित हैं।
पाकिस्तान के सिंध में भी कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है , जिसे देखते हुए सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने रविवार को घोषणा की कि कोरोनो वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पूरे राज्य में अगले 15 दिनों तक लॉक डाउन किया जाएगा।
सिंध सरकार के गृह विभाग के बयान में लॉक डाउन के बारे में प्रमुखता से बताया गया है। सिंध सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की अनिच्छा के बावजूद पूरे राज्य में लॉक डाउन की घोषणा कर दी।
सिंध में लॉक डाउन का पालन किया जा रहा है। किसी भी प्रकार की व्यापारिक या सामाजिक गतिविधि नहीं हो रही है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलो को देखते हुए सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने लॉक डाउन के निर्देश दिए है , वही दूसरी ओर प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने सम्पूर्ण लॉक डाउन से इंकार कर दिया है।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि देश को पूर्ण लॉक डाउन के तहत नहीं रखा जाएगा क्योंकि यह गरीबी रेखा के नीचे रहने वाली आबादी को तेज गति से बढ़ने वाले मामलों के बावजूद नुकसान पहुंचाएगा, जहाँ वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन द्वारा यह साफ़ करदिया गया है कि लॉक डाउन ही कोरोना वायरस के संक्रमण को कमजोर कर सकता है कम कर सकता है .
वही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का यह रवैया बेशक तोर पर उनके देश के नागरिकों के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।