Land for Jobs Scam : लालू-राबड़ी की मुश्किलें बढ़नी तय, 16 के खिलाफ CBI ने दायर की चार्जशीट, जमीन लेकर नौकरी देने का आरोप

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Land for Jobs Scam : लालू-राबड़ी की मुश्किलें बढ़नी तय, 16 के खिलाफ CBI ने दायर की चार्जशीट, जमीन लेकर नौकरी देने का आरोप

Land for Jobs Scam : लालू-राबड़ी की मुश्किलें बढ़नी तय, 16 के खिलाफ CBI ने दायर की चार्जशीट, जमीन लेकर नौकरी देने का आरोप

दिल्ली/पटना : जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है। सीबीआई ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी समेत 16 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दिया है। जब लालू यादव रेल मंत्री थे तो उन पर जमीन के बदले नौकरी (Land for Jobs Scam) का आरोप लगा था। हाल दिनों में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बिहार के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी की थी। पटना के राबड़ी आवास में भी छापेमारी की गई थी।


चारा और IRCTC के बाद लालू का नौकरी घोटाला?
आरोप है कि साल 2004-2009 के बीच लालू यादव के रेलमंत्री रहते हुए लोगों को गलत तरीके से नौकरी दिलाई गई। नौकरी देने के एवज में लालू यादव ने गरीब लोगों से जमीन लिखवा लिए थे। जब लालू रेल मंत्री थे तब घोटाला हुआ था। दायर शिकायत पत्र में कहा गया है कि लालू यादव ने नौकरी के बदले प्राइम लोकेशन पर जमीन ली थी। लालू यादव जब रेल मंत्री थे तब इस तरह की बातें चर्चा में आई थी कि लालू परिवार के सदस्य जमीन लेकर रेलवे में बड़े पैमाने पर नौकरी दे रहे हैं। इस बात की शिकायत सीबीआई तक भी पहुंची थी और तब से पूरे मामले की जांच में लगी हुई थी। शुरुआती जांच में सबूत मिलने और कोर्ट से अनुमति मिलते ही छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई। अब सीबीआई ने लालू-राबड़ी समेत 16 के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।

पटना के राबड़ी आवास पर भी हुई छापेमारी
इस मामले में 20 मई को पटना के राबड़ी आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। पटना में ही नहीं बल्कि दिल्ली से लेकर गोपालगंज तक 17 ठिकानों पर छापा डाला गया था। सीबीआई की टीम ने लालू यादव के पटना स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की। पटना के रंजन पथ स्थित राबड़ी देवी के फ्लैट में छानबीन की गई। इसके अलावा पटना के गोला रोड स्थित लालू यादव के गौशाला (खटाल) पर भी तलाशी ली गई। सीबीआई की टीम फुलवारी शरीफ स्थित लालू यादव के ठिकाने पर भी पहुंची थी। गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया। सीबीआई की टीम दिल्ली स्थित सांसद मीसा भारती के आवास पर भी पहुंची थी। वहां लालू यादव से पूछताछ की बात कही गई थी। अब इस मामले में चार्जशीट दायर की गई।

लैंड फॉर जॉब मामले में CBI के सबूत
सीबीआई ने शुरुआती जांच में पाया था कि फरवरी 2008 को पटना के रहने वाले किशुन देव राव ने अपनी 3,375 वर्ग फीट की जमीन राबड़ी देवी के नाम पर की थी। ये जमीन 3.75 लाख रुपये में बेची गई। उसी साल राव के परिवार के तीन सदस्यों राज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को मुंबई में ग्रुप डी में भर्ती किया गया।

नवंबर 2007 में पटना की रहने वालीं किरण देवी ने अपनी 80,905 वर्ग फीटी की जमीन लालू यादव की बेटी मीसा के नाम पर कर दी। ये सौदा 3.70 लाख रुपये में हुआ। बाद में उनके बेटे अभिषेक कुमार को मुंबई में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया

मार्च 2008 में ब्रज नंदन राय ने 3,375 वर्ग फीट जमीन गोपालगंज के रहने वाले ह्रदयानंद चौधरी को 4.21 लाख रुपये में बेच दी। ह्रदयानंद चौधरी को 2005 में हाजीपुर में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। बाद में ह्रदयानंद चौधरी ने ये जमीन तोहफे में लालू यादव की बेटी हेमा के नाम पर कर दी। सीबीआई ने जांच में ह्रदयानंद चौधरी लालू यादव का रिश्तेदार नहीं था और जिस समय ये जमीन दी गई, उस समय उसकी कीमत 62 लाख रुपये थी।

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