नई दिल्ली: भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने आज यानी बुधवार को भारत की सबसे भारी उपग्रह जीसैट-11 का फ्रेंच गुयाना से एरियन स्पेस रॉकेट की मदद से सफल प्रक्षेपण किया गया.
सबसे अधिक वजन वाला उपग्रह
बता दें कि सैटलाइट बुधवार सुबह 2 से साढ़े तीन बजे के बीच लॉन्च किया गया है. यह ISRO द्वारा बनाया आप तक का सबसे बड़ा और अधिक वजन वाला उपग्रह है. जिसका वजन करीब 5,845 किलोग्राम है. इसे इसरो की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.
बताया जा रहा है कि इससे भारत में इंटरनेट की गति बढ़ाने में मदद मिलेगी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कहा है कि करीब 5,845 किलोग्राम वजन का GSAT-11 देशभर में ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए मुख्य भूमिका निभाएगा.
क्या है सैटलाइट की मुख्य खासियत
- GSAT-11 हर सेकंड 100 गीगाबाइट से उवर की ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी देगा. जिससे इंटरनेट की स्पीड दोगुना ज्यादा हो जाएगी.
- यह सैटलाइट का वजन 5,845 किलोग्राम है जिसे बनाने में करीब 500 करोड़ रूपये लगे है.
- इस सैटलाइट की लाइफ 15 साल है, इसमें एक सोलर पैनल भी है.
- इसका हर सोनल पैनल चार मीटर से बड़ा है, ये 11 किलोवाट की उर्जा का उत्पादन करता है.
बता दें कि ISRO अगले साल GSAT-20भी लॉन्च करेंगे.