Indore News : ऊंट के मुंह में जीरे के समान मिली नगर निगम को एलईडी | Indore Municipal Corporation Got Small Quantity LED | Patrika News

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Indore News : ऊंट के मुंह में जीरे के समान मिली नगर निगम को एलईडी | Indore Municipal Corporation Got Small Quantity LED | Patrika News

Indore News : ऊंट के मुंह में जीरे के समान मिली नगर निगम को एलईडी | Indore Municipal Corporation Got Small Quantity LED | Patrika News

एलईडी लाइट से शहर को रोशन करने में निगम विद्युत विभाग लगा है। बिजली बचाने के लिए निगम यह काम शुरू किया, लेकिन इसको पूरा करने में अफसरों को पसीने छूट रहे हं। शहर में लगी 80 हजार स्ट्रीट लाइट में से निगम अभी तक सिर्फ 8 हजार ही बदल पाया है। पिछले डेढ़ माह से काम अलग ठप पड़ा रहा। जिस कंपनी को स्ट्रीट लाइट की जगह एलईडी लाइट लगाने का ठेका दिया गया है वह पूरी क्षमता के साथ लाइट सप्लाय नहीं कर पा रही है। इसको लेकर निगम विद्युत ने कंपनी को एक बार नहीं दो बार नोटिस जारी किया। तब जाकर अब निगम को 35 और 110 वॉट की मिलाकर 3000 हजार एलईडी लाइट मिली हैं जिन्हें लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।

इधर, शहर के 85 वार्डों में भाजपा-कांग्रेस के पार्षदों की एलईडी लाइट को लेकर डिमांड अलग बढ़ती जा रही है। इतना ही नहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर की 80 हजार में से 20 हजार स्ट्रीट लाइट को एलईडी में तब्दील करने का टारगेट तीन माह का रखा था। यह टारगेट भी पूरा नहीं हुआ है, जबकि 80 हजार स्ट्रीट लाइट को 9 माह में बदलने की समय सीमा पहले से तय है। इसमें से करीब 4 महीने गुजर गए हैं। गौरतलब है कि स्ट्रीट लाइट को बदलने का ठेका निगम ने पहले हैदराबाद की कंपनी को दिया था, लेकिन वह काम नहीं कर पाई और निगम ने कंपनी को बाहर कर दिया। अब स्ट्रीट लाइट को एलईडी में बदलने को लेकर निगम ने भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की संयुक्त उद्यम कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) से अनुबंध किया है। उक्त कंपनी का काम भी ढीलपोल रवैए से चल रहा है।

बदला जा रहा इन लाइट को शहर के प्रमुख मार्गों, सडक़ों और वार्डों के कॉलोनी-मोहल्लों में एलइडी लाइट लगाने का काम किया जाना है। विद्युत विभाग को शहर में लगी 4 बाय 24, 2 बाय 24ए 28 बाय 40 वॉट की लाइट, 250 वॉट के सोडियम व 400 वॉट मेटल हेलाईड को बदलना है जो कि 80 हजार के आसपास है।

पहले दे रहे बचे 17 वार्डों को निगम को जो 35 और 110 वॉट की लाइट्स मिली हैं उन्हें पहले उन वार्ड में लगाया जा रहा है जिनमें अभी तक एक भी स्ट्रीट लाइट को एलईडी में तब्दील नहीं किया गया है। ऐसे 17 के आसपास वार्ड हैं। जिस कंपनी के पास ठेका है उसने पहले चरण में शहर के 85 में से 68 वार्डों में ही काम किया है। भाजपा-कांग्रेस पार्षदों के यह वार्ड है। इनकी छोटी-छोटी गलियों में लगी स्ट्रीट लाइट को 35 वॉट की एलईडी लाइट में तब्दील किया गया है। अब 70 वॉट की एलईडी लगाना है जो कि निगम के पास अभी नहीं है। 110 वॉट की एलईडी लाइट सडक़ के बीच डिवाइडर पर लगे सेंट्रल पोल पर लगाई जा रही हैं, मगर निगम के पास यह एलईडी भी पर्याप्त नहीं है। इनको लगाने डिमांड अधिक है मगर कंपनी डिमांड के हिसाब से एलईडी लाइट उपलब्ध नहीं करवा पा रही और पार्षदों का गुस्सा विद्युत विभाग के अफसरों पर निकल रहा है।

जल्द आएगी और एलईडी लाइट विद्युत विभाग के प्रभारी जीतू यादव का कहना है कि यह सही है कि अभी डिमांड के हिसाब से पर्याप्त एलईडी लाइट नहीं है। ठेकेदार कंपनी को दो बार नोटिस जारी करने पर अभी 3 हजार एलईडी लाइट मिली हैं। जिन्हें लगाना शुरू कर दिया गया है। कंपनी ने बाकी एलईडी लाइट जल्द देने का कहा है। जो एलईडी आई हैं उन्हें उन वार्ड में लगा रहे हैं जहां अभी एक भी लाइट बदली नहीं गई है। इस प्राथमिकता को ध्यान में रखकर ही काम करने के आदेश विभाग के सिटी इंजीनियर राकेश अंखड को दिए गए हैं। प्रयास है कि तय समय में स्ट्रीट लाइट को एलईडी में तब्दील कर दिया जाए।



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