रेल किराया बढ़नें के बाद भी सुरक्षित नहीं है रेल यात्री, हो रहीं है रेप और चोरी की घटनाएं

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नई दिल्ली: इंडियन रेलवे जहां एक तरफ यात्रियों के लिए नई-नई सुविधा उपलब्ध करता है. वहीं कुछ समय से रेल से यात्रा करने वालों के लिए किराया में हुई वृद्धि समस्या का सबक बनी हुई है. जहां इस समस्या से लोग परेशान है वहीं रेलवे में अपराधों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. जिसकों लेकर रेलवे कई बार सुरक्षा व्‍यवस्‍था को भी दुरुस्‍त करने की दलील देता रहा है. ट्रेनों में बढ़ रही चोरी और रेप जैसे वारदात पर लगाम लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) रेल मंत्रालय से और भी ज्‍यादा अधिकार मांग रहा हैं.

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) रेल मंत्रालय से और भी ज्‍यादा अधिकार मांग रहा हैं

वहीं आरपीएफ ने इन मामलों में एफआईआर दर्ज करने और घटनाओं की जांच करने के अधिकार देने की मांग की है, ताकि रेलवे में होने वाली अपराधिक मामलों में प्रभावी रूप से रोक लगाई जा सकें. बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस द्वारा मिले डेटा से चलती ट्रेनों में होने वाले अपराधों के बारे में जानकारी मिली है. इसके तहत, साल 2017 में देशभर में चलती ट्रेनों में होने वाले अपराध दोगुना बढ़ चुके है. ये ही नहीं डकैती जैसे अपराध भी 70 फीसदी तक बढ़ चुके है. वहीं रेप की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है. साल 2017 में ट्रेनों में अपराध के 71,055 मामले सामने आए है. वहीं साल 2016 में 39,355 अपराधिक मामले दर्ज हुए है.

इन राज्यों में हुए है सबसे ज्यादा अपराध

ट्रेनों में होने वाले अपराधों की लिस्ट में देश के यह तीन राज्य शीर्ष पर है. डेटा के मुताबिक, महाराष्‍ट्र, उत्‍तर प्रदेश और मध्‍य प्रदेश में ट्रेनों में सबसे अधिक आपराधिक घटनाएं हुईं. हैरान करने वाली बात तो यह है इस लिस्ट में बिहार और नक्‍सल प्रभावित झारखंड जैसे राज्य शामिल नहीं है. साल 2016 में महाराष्‍ट्र में 7,338 घटनाएं हुई थीं जो वर्ष 2017 में बढ़कर चार गुना से भी ज्‍यादा 33,145 तक पहुंच गई. वहीं साल 2018 (मार्च तक) में भी ट्रेनों में 11,614 आपराधिक वारदात हुई है.

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वहीं बात करें यूपी की तो साल 2016 में ट्रेनों में अपराध की 7,692 घटनाएं हुई है. पर वर्ष 2017 में बढ़कर 8,383 तक पहुंच गई थी. इस मामले में मध्‍य प्रदेश तीसरे स्‍थान पर है. जहाँ जल्द ही विधानसभा इलेक्शन होने वाले है. मध्‍य भारत में साल 2016 में ट्रेनों में अपराध की 5,358 घटनाएं हुई थी. साल 2017 में ट्रेनों में ऐसी 7,341 वारदात हुईं.

रेप की घटना भी हुई दोगुनी

जहां यात्री ट्रेनों में चोरी और डकैती जैसे अपराधों से परेशान थे अब वहीं रेप समेत महिलाओं के खिलाफ अपराध की अन्‍य घटनाओं में बढोत्तरी देखी गई है. जानकारी के अनुसार, साल 2016 में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 604 घटनाएं सामने आई थीं जो साल 2017 में बढ़कर 641 हो गईं. इस साल मार्च तक ऐसी 193 घटनाएं सामने आ चुकी हैं.