मिलेगी विदेशी कंपनियों को मात, अब IIT स्टूडेंटस लेकर आएंगे मेड इन इंडिया फ्लाइंग टैक्सी

180

नई दिल्ली: जहां एक तरफ मशहूर कंपनी उबर और कई अन्य विदेशी कंपनियां उड़ने वाली टैक्सी को लॉन्च करने की तैयारी करने में जुटी हुई है. वहीं इस बीच एक  हैरान करने वाली खबर यह आ रहीं है कि भारत के कुछ होनहार युवा रिसर्चर स्वदेशी फ्लाइंग टैक्सी शुरू करने के प्रोजेक्ट पर जल्द से जल्द कम शुरू करने जा रहें है. बता दें कि यह फ्लाइंग टैक्सी पूरी तरफ से मेड इन इंडिया होगी, और इससे 2023 का पेश करने का लक्ष्य है.

जैसे की हम जानते ही है कि सड़को पर ट्रैफिक की समस्या ना केवल भारत देश के लिए सबक है अपितु अन्य देश भी इसकी मार झेल रहें है. अब विकसित देशों ने परिवहन के वैकल्पिक साधन तैयार करने के कार्य पर जोरशोर से काम करना शुरू कर दिया है. इस दौड़ में भारत भी कहां किसी से पीछे रहने वालों में से है उन्होंने भी इस दौड़ का हिस्सा बनें का फैसला किया है. आपको बता दें कि गूगल, एयरबस, उबर, वॉल्वो जैसी दिग्गज कंपनियां ड्राइवरलेस कार को विकसित करने के काम को जल्द ही अमल में लाना चाहती हैं. उबर एयर, एलोन मस्क की बोरिंग कंपनी और हायपरलूप वन जैसी कंपनियां एयरटैक्सी या अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्ट सिस्टम विकसित करने पर काम कर रही हैं.

iit students will bring made in india flying taxi 1 news4social -

भारतीयों के लिए खुशी की बात है कि आईआईटी कानपुर ने इस महीने निजी कंपनी वीटीओएल एविएशन इंडिया के साथ हाथ मिलाया है. इस करार में 15 करोड़ रूपये के तहत आईआईटी के 100 से ज्यादा रिसर्च स्टूडेंट एक प्रोटोटाइप हवाई टैक्सी विकसित करेंगे, जिसे कॉमर्श‍ियल फ्लाइंग टैक्सी के लिए इस्तेमाल किया जायेगा. बहरहाल, इस रिसर्च की पूरी भागदौड़ भारतीय युवा के हाथों में दी गई है. अगर इस प्रोजेक्ट को भारतीय युवा रिसर्चर्स ने सफल कर दिया तो दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में बढ़ती ट्रैफिक समस्या से काफी हद तक निजात पाया जाएगा.

आईआईटी के युवा रिसर्चर्स को यह प्रोजेक्ट अगले पांच साल में पूरा करना होगा. वहीं इस बारे में अजोय घोष आईआईटी कानपुर के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और फ्लाइट लैब के प्रमुख ने बताया कि, हम कॉन्सेप्ट पर काम करेंगे और प्रमुख टेक्नोलॉजी क्षेत्रों की पहचान करेंगे. आने वाले वर्ष में इस प्रोजेक्ट पर 100 से भी अधिक छात्र काम करेंगे.

पीएम मोदी के मेक इन इंडिया पर जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इंडिया के प्रोग्राम को इस प्रोजेक्ट के द्वारा और अधिक गति मिलेंगी. इस प्रोजेक्ट में वीटीओएल एविएशन इंडिया ने अपना सहयोग दिया है, जिसका नाम ‘वीटीओएल एयर टैक्सी अभियान’ रखा गया है. इसके अनुरूप कंपनी अत्याधुनिक वीटीओएल एयरक्राफ्ट बनाएगी. इसके बनाने से लोगों को काफी राहत आएगी.

क्या है वीटीओएल का मतलब

आपको बता दें कि वीटीओएल का मतलब है वर्टिकल टेक-ऑफ ऐंड लैंडिंग. इस तकनीक के द्वारा किसी भी विमान को सीधे जमीन पर उतारने और जमीन से ऊपर उड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.