Ghaziabad Rapid Rail की यात्रा में अभी है विलंब… अधूरे कार्य से उठे सवाल, CMRS का भी नहीं मिल पाया है क्लीयरेंस

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Ghaziabad Rapid Rail की यात्रा में अभी है विलंब… अधूरे कार्य से उठे सवाल, CMRS का भी नहीं मिल पाया है क्लीयरेंस

Ghaziabad Rapid Rail की यात्रा में अभी है विलंब… अधूरे कार्य से उठे सवाल, CMRS का भी नहीं मिल पाया है क्लीयरेंस


गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रैपिड रेल परियोजना लेट चल रही है। रैपिड रेल के संचालन की ऑफिशियल डेडलाइन जून 2023 है, लेकिन नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) प्राथमिकता खंड (दुहाई से साहिबाबाद) पर मार्च के अंत तक रैपिड रेल का संचालन किए जाने का दावा कर रहा है। अगर काम की बात करें तो अभी स्टेशन बिल्डिंग के अलावा अन्य तरह के काम अधूरे हैं। मार्च को खत्म होने में 11 दिन बचे हुए हैं। यदि मार्च तक काम को पूरा कर भी लिया जाता है, तो यात्रियों के लिए मार्च में इसे खोलना संभव नहीं हो सकेगा। क्योंकि इससे पहले एनसीआरटीसी को 100 से अधिक एनओसी लेनी होगी। एनओसी लिए जाने के साथ ही कमिश्नर मेट्रो रेलवे सेफ्टी (CMRS) का क्लियरेंस भी लिया जाना बाकी है। क्योंकि जब तक CMRS क्लियरेंस नहीं मिल जाता है तब तक पब्लिक के लिए ट्रेन को नहीं चलाया जाता है।

हालांकि, मुंबई और नागपुर में कई स्टेशनों पर काम जारी रहते हुए भी मेट्रो ट्रेन चलाने के उदाहरण सामने आए हैं, लेकिन देश की राजधानी से जुड़े प्रॉजेक्ट को लेकर ऐसी जल्दबाजी के आसार कम ही लगते हैं। सूत्रों ने बताया कि अगर प्राथमिकता खंड पर रैपिड रेल मार्च के बजाय अप्रैल में चलती है या जरूरी कारणों से और थोड़ा खिसक कर मई तक भी जाए, तब भी यह अपने निर्धारित लक्ष्य से पहले ही दौड़ जाएगी। एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिकता खंड में रैपिड रेल के संचालन की ऑफिशियल डेडलाइन जून 2023 है। इसलिए उससे पहले इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। टेस्टिंग रन के साथ ही कोच में बालू की बोरी को रखकर भी ट्रायल चल रहा है।

स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण कार्य भी तेजी के साथ करवाया जा रहा है। प्राथमिकता खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई स्टेशन डिपो स्टेशन शामिल हैं। इन सभी स्टेशनों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इन सभी स्टेशनों में यात्रियों की सुविधा के लिए महिला, पुरुष और दिवयांगों के लिए निर्धारित वॉशरूम भी बनाए जा रहे हैं। प्राथमिकता खंड में ट्रैक बिछाने, ओएचई, सिग्नलिंग और रूफ शेड का निर्माण पूर्ण हो चुका है। वर्तमान में इस सेक्शन में फिनिशिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

इन स्टेशनों पर काम की ये स्थिति

साहिबाबाद स्टेशन: साहिबाबाद स्टेशन के कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल पर टिकटिंग स्टेशन में फ्लोरिंग का कार्य पूरा हो चुका है और अब फ्लोर पॉलिशिंग का कार्य भी अंतिम चरण में है। पॉलिशिंग का काम पूरा होने पर एएफसी (ऑटोमीटिक फेयर कलेक्शन) गेट्स लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी। तीन एंट्री एग्जिट इस स्टेशन पर हैं। एक तैयार हो चुका है। वसुंधरा की तरफ वाले फिनिशिंग चल रही है। इंडस्ट्रियल एरिया साइड में केवल सिविल काम पूरा हुआ। बाकी काम बाकी है। प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लग चुके है। लिफ्ट और एस्कलेटर्स लगाने का काम अधूरा है। टर्किश ब्लू कलर का फसाड का कार्य पूरा हो चुका है।

गाजियाबाद स्टेशन: गाजियाबाद स्टेशन की बात करें तो यहां पर सिविल कार्य भी अभी पूरा नहीं हो सका है। प्लेटफार्म की फिनिशिंग चल रही है। इस पूरे स्टेशन को तैयार करने में अभी 30 दिन से अधिक का समय लगने की संभावना जताई जा रही है। रूफ शेड तैयार है। फसाड लगाया जा रहा है। यहां पर 6 एस्क्लेटर्स और 3 लिफ्ट लग चुकी है। 5 एंट्री और एग्जिट गेट बनाए जाने का काम भी अभी अधूरा है। मेट्रो के साथ कनेक्टविटी का काम अभी तक शुरू नहीं हो सका है। एक्सपर्ट बताते हैं कि मेट्रो से कनेक्टिविटी वाले काम में ज्यादा समय लग सकता है। यहां फिनिशिंग का काम भी काफी बाकी है। प्राथमिक खंड के अन्य स्टेशनों की तुलना में सबसे ज्यादा काम यहीं बाकी है।

गुलधर स्टेशन: इस स्टेशन की बिल्डिंग तैयार है। प्लेटफॉर्म भी बनकर तैयार है। यात्रियों के एंट्री और एग्जिट के लिए निर्माण कार्य किया जा रहा है। ब्लू कलर की फसाड लगाने काम किया जा रहा है। पार्किंग का भी निर्माण अभी चल रहा है। एक प्लेटफॉर्म पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लग चुका है। जबकि दूसरे पर अभी लगाया जाना की है। बाकी सिस्टम भी अभी स्टेशन पर लगाया जाना है। 4 एस्क्लेटर और 4 लिफ्ट लग चुकी है। दो प्रवेश और निकास द्वार है। अभी दोनों का काम अधूरा है।

दुहाई स्टेशन: दुहाई स्टेशन का सिविल निर्माण पूर्ण हो चुका है। प्रवेश-निकास द्वार का काम अधूरा है। स्टेशन का रुफ शेड तैयार है तो प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाने का काम चल रहा है। 4 एस्क्लेटर और 4 लिफ्ट लग चुकी हैं। चार प्रवेश और निकास द्वार हैं। स्टेशन की फिनिशिंग का काम भी अभी अधूरा है। टिकट काउंटर समेत अन्य काम को किया जाना भी अभी बाकी है। फिर उसमें अन्य सिस्टम को सेट किया जाएगा।

दुहाई डिपो स्टेशन: स्टेशन का सिविल निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। स्टेशन की रूफ शेड बनकर तैयार हो चुकी है और प्लेटफॉर्म पर फ्लोरिंग पूर्ण हो चुकी है। लेकिन स्टेशन की फिनिशिंग अभी बाकी है। एंट्री और एग्जिट का काम किया जा रहा है। दोनों एंट्री एग्जिट में एक-एक लिफ्ट लग चुकी है।

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