Ghaziabad News: HIV पॉजिटिव बुजुर्ग मह‍िला को ठेले पर लेकर घंटों भटका परिवार, नहीं मिली ऐंबुलेंस

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Ghaziabad News: HIV पॉजिटिव बुजुर्ग मह‍िला को ठेले पर लेकर घंटों भटका परिवार, नहीं मिली ऐंबुलेंस

गाजियाबाद: कोरोना काल ने कई राज्यों और जिलों को लचर हेल्थ सिस्टम का धुंधला चेहरा दिखाया। हर तरफ किरकिरी हुई तो कई जगह इसमें सुधार किया गया। गाजियाबाद (ghaziabad news) जिला प्रशासन ने भी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के तमाम दावे किए, 2 साल में समय के साथ दावे बदलते गए, लेकिन जो चीज नहीं बदली वो है गाजियाबाद के हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर (Ghaziabad Hospital news) की लचर तस्वीर। तमाम सवालों और लापरवाही के मामले आने के बाद भी व्यवस्था पर अब भी धूल ही जमी है।

बेशक अधिकारी कई नई सुविधाओं को लेकर तमाम दावे करते हों, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इसकी तस्वीर बुधवार को भी जिला अस्पताल में तब दिखाई दी जब एक महिला मरीज को लेकर उसके परिवार वाले एंबुलेंस न मिलने पर ठेले में लेकर घूमते रहे, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल सका। बाद में उस बुजुर्ग महिला को दिल्ली के जीटीबी रेफर कर दिया गया।

क्या है मामला
साहिबाबाद में रहने वाली वृद्धा का टीबी का इलाज चल रहा था। उसका उपचार जिला अस्पताल में ही चल रहा है। मंगलवार को अचानक उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद उसका एचआईवी का टेस्ट करवाया गया। वृद्धा के परिजनों के अनुसार, एचआईवी टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे उपचार के लिए एआरटी सेंटर बुलाया गया था। वृद्धा की हालत इतनी खराब थी कि उसे बिना एंबुलेंस के अस्पताल तक लेकर जाना मुश्किल था।

परिवार ने एंबुलेंस के लिए कई कोशिशें कीं, लेकिन इसकी व्यवस्था नहीं हुई। अंत में परिवार निराश होकर उसे ठेले में लिटाकर ही एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचा। वहां से परिवार को एआरटी सेंटर भेज दिया गया। परिजन वृद्धा को ठेले पर ही लिटाकर एआरटी सेंटर ले गए। वहां मौजूद डॉक्टर ने वृद्धा की गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर किया और फिर से इमरजेंसी भेज दिया। यहां लगभग आधा घंटा इंतजार करने के बाद एंबुलेंस पहुंची, जिसके बाद वृद्धा को दिल्ली ले जाया गया।

बेटी ने लगाए आरोप
वहीं वृद्धा की बेटी ने बताया कि अस्पताल आने पर किसी ने उनकी मदद नहीं की। मां को किसके पास ले जाना है उनको पता नहीं था। उनके दामाद ही उनको ठेले पर लेकर इधर से उधर जा रहे थे। डॉक्टर ने उनको हाथ तक नहीं लगाया। लड़की ने बताया कि अस्पताल में हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जा रहा था। इमरजेंसी में भी मां को भर्ती करने से मना कर दिया गया। हमसे कहा गया कि दिल्ली ले जाओ।

क्या कहता है अस्पताल
इस मामले में एआरटी सेंटर प्रभारी डॉ. शील वर्मा ने बताया कि महिला को सेंटर बंद होने के बाद लगभग ढाई बजे लाया गया था। महिला की स्थिति बेहद गंभीर थी और उसका उपचार एमएमजी या कंबाइंड अस्पताल में नहीं हो सकता था। इसलिए उसे हायर सेंटर रेफर किया गया। डॉ. वर्मा ने कहा कि वृद्धा के साथ आए परिजनों की भी टीबी और एचआईवी की जांच करवाई जाएगी। एंबुलेंस और स्ट्रेचर नहीं मिलने की जानकारी मुझे नहीं है।

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