Flood In MP: मध्यप्रदेश के 10 हाईवे बंद, सरकार ने जारी की गाइडलाइन | 10 highway closed due to madhya pradesh flood | Patrika News
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र (dr narottam mishra) ने गुरुवार को नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि कई जिलों में बाढ़ के कारण कई जिलों में अब भी बाढ़ के हालात हैं। हालांकि पानी तेजी से उतर रहा है। मिश्र ने लोगों से आग्रह किया है कि वे फिलहाल यात्रा से बचें। पानी उतरने का इंतजार करें।
प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण अभी भी 10 मार्ग बंद हैं।
लोगों से अपील है कि इन मार्गों पर यात्रा से बचें। pic.twitter.com/O5lKaoG2l1
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) August 25, 2022
गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि प्रदेश के श्योपुर-कोटा, श्योपुर-बारां, श्योपुर-सवाई माधवपुर, चंदेरी-ललितपुर, भोपाल-नागपुर, विदिशा-अशोकनगर, कुरवाई-बीना, होशंगाबाद-पिपरिया, रायसेन-सांची, होशंगाबाद-हरदा मार्ग बंद हैं।
भिण्ड, मुरैना व श्योपुर में अभी पानी थोड़ा बढ़ा है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बाकी इलाकों में बाढ़ का पानी घट रहा है। चंबल में बढ़ते हुए जल के स्तर पर भी हम पूरी तरह से नजर बनाये हुए हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को हमने पहले ही राहत शिविरों में पहुंचा दिया है। pic.twitter.com/FyL5aK8NUQ
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 25, 2022
भिंड, मुरैना और श्योपुर में बढ़ा पानी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने गुरुवार को बाढ़ के हालातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भिण्ड, मुरैना व श्योपुर में अभी पानी थोड़ा बढ़ा है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बाकी इलाकों में बाढ़ का पानी घट रहा है। चंबल में बढ़ते हुए जल के स्तर पर भी हम पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को हमने पहले ही राहत शिविरों में पहुंचा दिया है।
श्योपुर जिले में 39 गांवों में घुसा पानी
श्योपुर जिले में चंबल और पार्वती नदियां रौद्र रूप दिखा रही है। गुरुवार को भी यहां के रास्ते बंद रहे। श्योपुर से कोटा का मार्ग भी बंद है। इससे दोनों नदी के किनारे के 39 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। प्रशासन ने 10 गांव पूरी तरह खाली करा लिए हैं। यहां से लगभग ढाई हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि इतने ही लोग खुद ही सुरक्षित स्थानों पर चले गए। वहीं प्रशासन के निर्देश पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर से बाढ़ पीड़ितों को भोजन सामग्री गिराई गई।
भोपाल-नागपुर मार्ग बंद
इटारसी के पास बेली ब्रिज निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने सुखतवा ब्रिज को बंद कर दिया है। ऐसे में कई ट्रक व वाहन चालकों को जानकारी नहीं मिलने के कारण लंबा जाम लगा हुआ है। जाम में फंसे चालकों ने हंगामा भी किया।
आज हम मुरैना में एक टापू से लोगों को निकाल रहे हैं। मेरी अपील है कि अगर प्रशासन के लोग आपको बोट से निकालने के लिए कहें, तो आप बोट से बाहर आएं। जहां जरूरत पड़ेगी वहां सेना के हेलीकाप्टर से भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा।
कोई निचले स्थानों पर रहने की जिद ना करें। कृपया सहयोग करें। https://t.co/0h8zNsmpoq
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 25, 2022
निचले इलाके में रहने की जिद न करें
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिचुएशन रूम में प्रदेश में चल रही बाढ़ के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आज हम मुरैना में एक टापू से लोगों को निकाल रहे हैं। मेरी अपील है कि अगर प्रशासन के लोग आपको बोट से निकालने के लिए कहें, तो आप बोट से बाहर आएं। जहां जरूरत पड़ेगी वहां सेना के हेलीकाप्टर से भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा। कोई निचले स्थानों पर रहने की जिद ना करें। कृपया सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अब बाढ़ की स्थिति कई जिलों में सुधार रही है, पानी नीचे उतर रहा है। लेकिन अभी भी भिंड व मुरैना जिलों में चंबल में पानी लगातार बढ़ रहा है। हम पूरी तौर से सतर्क और सावधान हैं। श्योपुर में चंबल में पानी घटना शुरू हुआ है लेकिन भिंड, मुरैना में बहुत सावधानी की जरूरत है।
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र (dr narottam mishra) ने गुरुवार को नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि कई जिलों में बाढ़ के कारण कई जिलों में अब भी बाढ़ के हालात हैं। हालांकि पानी तेजी से उतर रहा है। मिश्र ने लोगों से आग्रह किया है कि वे फिलहाल यात्रा से बचें। पानी उतरने का इंतजार करें।
प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण अभी भी 10 मार्ग बंद हैं।
लोगों से अपील है कि इन मार्गों पर यात्रा से बचें। pic.twitter.com/O5lKaoG2l1
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) August 25, 2022
गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि प्रदेश के श्योपुर-कोटा, श्योपुर-बारां, श्योपुर-सवाई माधवपुर, चंदेरी-ललितपुर, भोपाल-नागपुर, विदिशा-अशोकनगर, कुरवाई-बीना, होशंगाबाद-पिपरिया, रायसेन-सांची, होशंगाबाद-हरदा मार्ग बंद हैं।
भिण्ड, मुरैना व श्योपुर में अभी पानी थोड़ा बढ़ा है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बाकी इलाकों में बाढ़ का पानी घट रहा है। चंबल में बढ़ते हुए जल के स्तर पर भी हम पूरी तरह से नजर बनाये हुए हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को हमने पहले ही राहत शिविरों में पहुंचा दिया है। pic.twitter.com/FyL5aK8NUQ
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 25, 2022
भिंड, मुरैना और श्योपुर में बढ़ा पानी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने गुरुवार को बाढ़ के हालातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भिण्ड, मुरैना व श्योपुर में अभी पानी थोड़ा बढ़ा है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बाकी इलाकों में बाढ़ का पानी घट रहा है। चंबल में बढ़ते हुए जल के स्तर पर भी हम पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को हमने पहले ही राहत शिविरों में पहुंचा दिया है।
श्योपुर जिले में 39 गांवों में घुसा पानी
श्योपुर जिले में चंबल और पार्वती नदियां रौद्र रूप दिखा रही है। गुरुवार को भी यहां के रास्ते बंद रहे। श्योपुर से कोटा का मार्ग भी बंद है। इससे दोनों नदी के किनारे के 39 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। प्रशासन ने 10 गांव पूरी तरह खाली करा लिए हैं। यहां से लगभग ढाई हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि इतने ही लोग खुद ही सुरक्षित स्थानों पर चले गए। वहीं प्रशासन के निर्देश पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर से बाढ़ पीड़ितों को भोजन सामग्री गिराई गई।
भोपाल-नागपुर मार्ग बंद
इटारसी के पास बेली ब्रिज निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने सुखतवा ब्रिज को बंद कर दिया है। ऐसे में कई ट्रक व वाहन चालकों को जानकारी नहीं मिलने के कारण लंबा जाम लगा हुआ है। जाम में फंसे चालकों ने हंगामा भी किया।
आज हम मुरैना में एक टापू से लोगों को निकाल रहे हैं। मेरी अपील है कि अगर प्रशासन के लोग आपको बोट से निकालने के लिए कहें, तो आप बोट से बाहर आएं। जहां जरूरत पड़ेगी वहां सेना के हेलीकाप्टर से भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा।
कोई निचले स्थानों पर रहने की जिद ना करें। कृपया सहयोग करें। https://t.co/0h8zNsmpoq
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 25, 2022
निचले इलाके में रहने की जिद न करें
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिचुएशन रूम में प्रदेश में चल रही बाढ़ के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आज हम मुरैना में एक टापू से लोगों को निकाल रहे हैं। मेरी अपील है कि अगर प्रशासन के लोग आपको बोट से निकालने के लिए कहें, तो आप बोट से बाहर आएं। जहां जरूरत पड़ेगी वहां सेना के हेलीकाप्टर से भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा। कोई निचले स्थानों पर रहने की जिद ना करें। कृपया सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अब बाढ़ की स्थिति कई जिलों में सुधार रही है, पानी नीचे उतर रहा है। लेकिन अभी भी भिंड व मुरैना जिलों में चंबल में पानी लगातार बढ़ रहा है। हम पूरी तौर से सतर्क और सावधान हैं। श्योपुर में चंबल में पानी घटना शुरू हुआ है लेकिन भिंड, मुरैना में बहुत सावधानी की जरूरत है।