Fifa World cup: क्रोएशिया को गृहयुद्ध ने कर दिया था बर्बाद, 20 साल तक रहा गुमनाम, अब दुनिया जीतने से बस दो कदम दूर
कतर: लगभग 40 लाख की आबादी वाला क्रोएशिया कतर फीफा विश्व कप 2022 के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से टक्कर लेगी। यह वही टीम है जिसने पिछले फीफा विश्व कप 2018 के फाइनल में फ्रांस को पानी पिला दिया था। अब एक बार फिर इस टीम ने गजब का खेल दिखाते हुए नॉकआउट स्टेज में अपनी जगह पक्की की है। ऐसे में क्रोएशिया की टीम अगर अर्जेंटीना को सेमीफाइनल में हरा देती है तो वह लगातार दूसरी बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने का कारनामा करेगी। इस विश्व कप में क्रोएशिया के सफर को देखें तो वह काफी शानदार रहा है। टूर्नामेंट में उसे एक भी मैच में हार का सामना नहीं करना पड़ा है।
फीफा विश्व कप 2022 में क्रोएशिया की सबसे खास बात यह रही है कि इस टीम ने आखिरी मिनट तक हार नहीं मानी है। मैच जब तक चला उसने अपनी जीत की उम्मीदों को खत्म नहीं किया। यह उस देश के संघर्ष की कहानी को भी दर्शाता है जिसने तमाम परेशानियों का सामना करते हुए गिरकर खुद को संभाला है। ऐसे में आइए जानते हैं उस क्रोएशिया के बारे में जो एक समय गृहयुद्ध से त्रस्त था लेकिन अब वह दुनिया जीतने से सिर्फ दो कदम दूर है।
क्रोएशिया में गृह युद्ध और फुटबॉल
फीफा में 12वीं रैंकिंग की टीम क्रोएशिया की गिनती बेशक आज एक मजबूत टीम के रूप में होती है लेकिन शुरुआत में इस टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा था। यहां तक की टीम ने अपना पहला ऑफिशियल मैच भी 1994 में खेला था क्योंकि देश लंबे समय से गृहयुद्ध की चपेट में था। कतर में जारी फीफा विश्व कप में जो क्रोएशिया की टीम खेल रही है उसमें लगभग खिलाड़ी उसी दौर में पैदा हुए हैं। क्रोएशिया में 1991 से 1995 तक गृहयुद्ध चला था। साउथ ईस्ट यूरोप के इस छोटे से देश की लड़ाई सोशलिस्ट फेडरल रिपब्लिक ऑफ युगोस्लाविया के खिलाफ थी।
हालांकि फुटबॉल के लिए यहां के लोगों का जुनून और प्यार इस कदर देखने को मिला कि बहुत कम समय में टीम ने सफलता की बुलंदियों को छू लिया। टीम की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक साल 1996 का यूरो कप का क्वार्टर फाइनल था। हालांकि वह सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी थी लेकिन पहली बार यहां तक पहुंचना भी उसके लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था लेकिन वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता को बरकरार नहीं रख सकी थी।
क्रोएशिया के कई बड़े खिलाड़ी यूरोप के अलग-अलग क्लबों के लिए खेलते रहे हैं लेकिन बड़े टूर्नामेंटों में अपनी चमक दिखाने में वो कामयाब नहीं हो पाए लेकिन साल 2018 में क्रोएशिया जो किया उसे पूरी दुनिया देखा और एक बार फिर वह उसी रास्ते पर है।
क्या लुका मोद्रिच सपना होगा पूरा
मौजूदा समय में क्रोएशिया अपने सबसे शानदार दौर से गुजर रहा है। फीफा का खिताब जीतने से वह सिर्फ दो कदम दूर है और इसे सच करने के लिए टीम के स्टार खिलाड़ी लुका मोद्रिच अपनी जान लड़ाने को तैयार हैं। ये वही लुका मोद्रिच हैं जिन्होंने क्रोएशिया टीम को एक सूत्र में बांध कर रखा है। संभवत लुका के लिए यह आखिरी विश्व कप भी साबित होगा क्योंकि वह 37 साल के हो चुके हैं। ऐसे में पूरी टीम की कोशिश होगी कि वह लुका के सपने को सच करने के लिए अपना सबसे बेहतरीन खेल दिखाए।
पर्दे के पीछे का हीरो कोच ज्लाटको डैलिक
क्रोएशिया को यहां तक पहुंचाने में पर्दे के पीछे से जिस शख्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वह हैं ज्लाटको डैलिक है। डैलिक साल 2017 में क्रोएशिया के साथ कोच के रूप में जुड़े थे। इस दौरान मारियो मांजुकिक, डेनियल सुबासिक, लुका मोद्रिच और इवान राकिटिक जैसे खिलाफ अपने सर्वेश्रेष्ठ फॉर्म में थे। फिर क्या था डैलिक को सिर्फ टीम को एकजुट कर एक सही दिशा दिखाना था और उन्होंने ऐसा ही किया जिसका नतीजा यह रहा कि टीम ने 2018 फीफा विश्व कप के फाइनल में अपनी जगह बना ली।
वहीं अब एक बार फिर से डैलिक के पास मौका है कि टीम को फाइनल में पहुंचाकर खिताब जीतने का प्रबल दावेदार बने।
फीफा विश्व कप 2022 क्रोएशिया का सफर
फीफा विश्व कप 2022 में क्रोएशिया की टीम ग्रुप एफ में शामिल थी। टीम ने अपना पहला मैच मोरक्को के खिलाफ खेला था लेकिन यह बिना कोई गोल के 0-0 से ड्रॉ रहा। इसके बाद टीम ने कनाडा को 4-1 से रौंदकर अपने आत्मविश्वास को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया। अपने तीसरे लीग मैच में क्रोएशिया बेल्जियम को कड़ी टक्कर दी लेकिन यह मैच भी 0-0 से ड्रॉ रहा लेकिन उसने प्री क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बना ली।
प्री क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया की भिड़ंत जापान से हुई दोनों टीमें निर्धारित समय तक 1-1 की बराबरी पर रही लेकिन पेनल्टी शूटआउट में क्रोएशिया ने 3-1 से मैच को अपने नाम कर लिया। वहीं क्वार्टर फाइनल में उसके ब्राजील को धूल चटाकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई। क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया ने ब्राजील को कड़ी टक्कर दी थी। 90 मिनट के खेल में एक भी गोल सका था। इसके अतिरिक्त समय में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रही। मुकाबला फिर शूटआउट पहुंचा और यहां क्रोएशिया ने 4-2 से मैच को अपने नाम कर लिया।
फीफा विश्व कप 2022 में क्रोएशिया की सबसे खास बात यह रही है कि इस टीम ने आखिरी मिनट तक हार नहीं मानी है। मैच जब तक चला उसने अपनी जीत की उम्मीदों को खत्म नहीं किया। यह उस देश के संघर्ष की कहानी को भी दर्शाता है जिसने तमाम परेशानियों का सामना करते हुए गिरकर खुद को संभाला है। ऐसे में आइए जानते हैं उस क्रोएशिया के बारे में जो एक समय गृहयुद्ध से त्रस्त था लेकिन अब वह दुनिया जीतने से सिर्फ दो कदम दूर है।
क्रोएशिया में गृह युद्ध और फुटबॉल
फीफा में 12वीं रैंकिंग की टीम क्रोएशिया की गिनती बेशक आज एक मजबूत टीम के रूप में होती है लेकिन शुरुआत में इस टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा था। यहां तक की टीम ने अपना पहला ऑफिशियल मैच भी 1994 में खेला था क्योंकि देश लंबे समय से गृहयुद्ध की चपेट में था। कतर में जारी फीफा विश्व कप में जो क्रोएशिया की टीम खेल रही है उसमें लगभग खिलाड़ी उसी दौर में पैदा हुए हैं। क्रोएशिया में 1991 से 1995 तक गृहयुद्ध चला था। साउथ ईस्ट यूरोप के इस छोटे से देश की लड़ाई सोशलिस्ट फेडरल रिपब्लिक ऑफ युगोस्लाविया के खिलाफ थी।
हालांकि फुटबॉल के लिए यहां के लोगों का जुनून और प्यार इस कदर देखने को मिला कि बहुत कम समय में टीम ने सफलता की बुलंदियों को छू लिया। टीम की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक साल 1996 का यूरो कप का क्वार्टर फाइनल था। हालांकि वह सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी थी लेकिन पहली बार यहां तक पहुंचना भी उसके लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था लेकिन वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता को बरकरार नहीं रख सकी थी।
क्रोएशिया के कई बड़े खिलाड़ी यूरोप के अलग-अलग क्लबों के लिए खेलते रहे हैं लेकिन बड़े टूर्नामेंटों में अपनी चमक दिखाने में वो कामयाब नहीं हो पाए लेकिन साल 2018 में क्रोएशिया जो किया उसे पूरी दुनिया देखा और एक बार फिर वह उसी रास्ते पर है।
क्या लुका मोद्रिच सपना होगा पूरा
मौजूदा समय में क्रोएशिया अपने सबसे शानदार दौर से गुजर रहा है। फीफा का खिताब जीतने से वह सिर्फ दो कदम दूर है और इसे सच करने के लिए टीम के स्टार खिलाड़ी लुका मोद्रिच अपनी जान लड़ाने को तैयार हैं। ये वही लुका मोद्रिच हैं जिन्होंने क्रोएशिया टीम को एक सूत्र में बांध कर रखा है। संभवत लुका के लिए यह आखिरी विश्व कप भी साबित होगा क्योंकि वह 37 साल के हो चुके हैं। ऐसे में पूरी टीम की कोशिश होगी कि वह लुका के सपने को सच करने के लिए अपना सबसे बेहतरीन खेल दिखाए।
पर्दे के पीछे का हीरो कोच ज्लाटको डैलिक
क्रोएशिया को यहां तक पहुंचाने में पर्दे के पीछे से जिस शख्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वह हैं ज्लाटको डैलिक है। डैलिक साल 2017 में क्रोएशिया के साथ कोच के रूप में जुड़े थे। इस दौरान मारियो मांजुकिक, डेनियल सुबासिक, लुका मोद्रिच और इवान राकिटिक जैसे खिलाफ अपने सर्वेश्रेष्ठ फॉर्म में थे। फिर क्या था डैलिक को सिर्फ टीम को एकजुट कर एक सही दिशा दिखाना था और उन्होंने ऐसा ही किया जिसका नतीजा यह रहा कि टीम ने 2018 फीफा विश्व कप के फाइनल में अपनी जगह बना ली।
वहीं अब एक बार फिर से डैलिक के पास मौका है कि टीम को फाइनल में पहुंचाकर खिताब जीतने का प्रबल दावेदार बने।
फीफा विश्व कप 2022 क्रोएशिया का सफर
फीफा विश्व कप 2022 में क्रोएशिया की टीम ग्रुप एफ में शामिल थी। टीम ने अपना पहला मैच मोरक्को के खिलाफ खेला था लेकिन यह बिना कोई गोल के 0-0 से ड्रॉ रहा। इसके बाद टीम ने कनाडा को 4-1 से रौंदकर अपने आत्मविश्वास को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया। अपने तीसरे लीग मैच में क्रोएशिया बेल्जियम को कड़ी टक्कर दी लेकिन यह मैच भी 0-0 से ड्रॉ रहा लेकिन उसने प्री क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बना ली।
प्री क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया की भिड़ंत जापान से हुई दोनों टीमें निर्धारित समय तक 1-1 की बराबरी पर रही लेकिन पेनल्टी शूटआउट में क्रोएशिया ने 3-1 से मैच को अपने नाम कर लिया। वहीं क्वार्टर फाइनल में उसके ब्राजील को धूल चटाकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई। क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया ने ब्राजील को कड़ी टक्कर दी थी। 90 मिनट के खेल में एक भी गोल सका था। इसके अतिरिक्त समय में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रही। मुकाबला फिर शूटआउट पहुंचा और यहां क्रोएशिया ने 4-2 से मैच को अपने नाम कर लिया।