Diwali Puja Time for Home And Shop दिवाली पूजा मुहूर्त, जानें घर और प्रतिष्ठान में पूजा का सही समय

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Diwali Puja Time for Home And Shop दिवाली पूजा मुहूर्त, जानें घर और प्रतिष्ठान में पूजा का सही समय


दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त दुकान और प्रतिष्ठान के अलग और घर गृहस्थों के लिए अलग होता है। तंत्र मंत्र साधना करने वालों के लिए भी दिवाली का मुहूर्त अलग रहता है। इसी बात को ध्यान में रखकर हर किसी को दिवाली पूजना करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार गृहस्थों के लिए यानी सामान्यजनों के लिए दिवाली पूजन का समय प्रदोष काल बताया गया है। आइए जान लेते हैं पं. राकेश झा से दिवाली पूजन का समय पंचांग में क्या बताया गया है।

शास्त्रों में शुभ, लाभ, चर और अमृत इन चार चौघड़ियों का लक्ष्मी कुबेर पूजन यानी दिवाली पूजन के लिए विशेष महत्व है। इन्हीं चौघड़ियों में शुभ लाभ की प्राप्ति के लिए गृहस्थों को देवी लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। 4 नवंबर को दिल्ली में सूर्यास्त शाम 5 बजकर 34 मिनट पर होगा। सूर्यास्त से 2 घंटे 40 मिनट तक प्रदोष काल माना जाता है। इस समय में जब स्थिर लग्न होगा उस समय देवी लक्ष्मी के साथ गणेशजी और कुबेरजी की पूजा करना सुख समृद्धि दायक होगा।

घर में इस समय करें प्रदोष काल में दिवाली पूजन
4 नवंबर की शाम में 6 बजकर 13 मिनट से रात 8 बजकर 7 मिनट तक स्थिर लग्न वृष व्याप्त होगा। स्वाति नक्षत्र, चंद्रमा तुला राशि में और 7 बजकर 14 अमृत चौघड़िया और फिर चर चौघड़िया रहेगा इसलिए स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए शाम में 6 बजकर 13 मिनट से लेकर 8 बजकर 7 मिनट के बीच दिवाली पूजन आरंभ कर लेना विशेष रूप से लाभप्रद होगा।

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निशीथ काल में दिवाली पूजन
4 नवंबर को निशीथ काल में पूजन का समय रात 8 बजकर 14 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 54 मिनट तक का समय लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ रहेगा। इस समय चर चौघड़िया मुहूर्त व्यापारिक प्रतिष्ठानों में रात्रि कालीन पूजन के लिए शुभ रहेगा। इसके बाद से रात 12 बजकर 11 मिनट तक समय लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ नहीं है।

महानिशीथ काल में दिवाली पूजन
महानिशीथ काल में देवी लक्ष्मी काली की तांत्रिक पूजा का विशेष महत्व है। रात में 10 बजकर 54 मिनट से 1 बजकर 33 मिनट तक का समय महानिशीथ काल रहेगा। लेकिन पूजन के लिए रात 12 बजकर 11 मिनट के बाद तक का समय काल चौघड़िया के प्रभाव में होने से शुभ नहीं है। इसके बाद से रात 12 बजकर 42 मिनट से सिंह लग्न होने से रात 1 बजकर 51 मिनट तक का समय साधना उपासना के लिए श्रेष्ठ रहेगा।

दिन में व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजन का शुभ समय दिन में 12 बजकर 11 मिनट से 1 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। इस समय लाभ और फिर अमृत चौघड़िया रहने से लिए व्यापारियों के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा।

नोट : दिवाली पूजन के बाद लक्ष्मी स्तोत्र, कनकधारा स्तोत्र, श्रीसूक्त का पाठ करना बेहद शुभ होता है।

6 बजकर 13 मिनट से रात 8 बजकर 7 मिनट तक दिवाली लक्ष्मी पूजन का समय घर परिवार में।

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