Darbhanga News : MSU ने दिया नारा, घर घर से ईंट लाएंगे – दरभंगा एम्स बनाएंगे

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Darbhanga News : MSU ने दिया नारा, घर घर से ईंट लाएंगे – दरभंगा एम्स बनाएंगे

दरभंगा।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बनाए जाने को मंजूरी देकर बिहार के लोगों को तोहफा दिया था। मोदी कैबिनेट के इस फैसले के बाद ही बिहार में पटना के बाद दूसरा AIIMS बनने का रास्ता साफ हो गया था। बताया गया दरभंगा एम्स 750 बेड का होगा और इसे बनाने में 1264 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

दरभंगा में एम्स बनाए जाने से उत्तर बिहार से लेकर कोसी और सीमांचल के सहरसा, सुपौल और पूर्णियां तक के लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं इन लोगों को इलाज कराने के लिए पटना आने की जरूरत नहीं होगी। भारत सरकार से मंजूरी मिलने की तारीख से 48 महीने के अंदर इसका काम पूरा हो जाएगा। लेकिन सितम्बर 2020 में दरभंगा में AIIMS बनने की मोदी कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद से अबतक इसका शिलान्यास तक नही किया गया है।

बता दें कि 2020 में मंजूरी मिलने के बाद केंद्रीय टीम ने दरभंगा पहुंच कर 200 एकड़ की जमीन को भी चिन्हित किया, जो दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जमीन से दिया गया। इसके बाद लौ लेड की जमीन की भराई के लिए राशि का इंतजार होता रहा। आखिरकार बिहार सरकार ने AIIMS निर्माण स्थल में मिट्टी भराई के लिए 13 करोड़ 23 लाख 44 हजार रुपये की दी स्वीकृति दे दी है। लेकिन र एम्स निर्माण में हो रही देरी से नराज मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने विरोध प्रदर्शन का अनोखा रास्ता अपनाया है।

बताया गया कि 1 अगस्त से मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) ने दरभंगा एम्स के शिलान्यास के लिए गांव गांव जाकर ईंट जमा करना शुरू किया है। मिथिला स्टूडेंट यूनियन का कहना है कि बिहार के लिए दूसरे एम्स की घोषना हुए 6 साल बीत गए। राजनीतिक पार्टियों ने इसके नाम पर विधानसभा और लोकसभा चुनावों में वोट भी ले लिया, लेकिन आजतक दरभंगा एम्स का शिलान्यास तक नहीं हुआ है। घोषणा के 6 साल बीत जाने के बावजूद आजतक एक ईंट तक नहीं लगा।

मिथिला स्टूडेंट यूनियन का कहना है कि नागपुर एम्स की घोषणा 2014 में की गई थी और महज 4 साल के भीतर ही इसका निर्माण करा दिया गया। गोरखपुर एम्स की घोषणा भी 2014 में की गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में इसका शिलान्यास किया और 3 साल में वहां ओपीडी की शुरूआत हो गई।

वहीं दरभंगा एम्स आजतक इंतजार कर रहा है। सरकार, नेता और पार्टीयां बार बार घोषणाएं करती है लेकिन अबतक कोई अपडेट नहीं है। इसलिए MSU ने तय किया कि अब खुद जनता दरभंगा एम्स का शिलान्यास करेगी। MSU ने अपने कार्यकर्ताओं से संवाद कर एक विस्तृत आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया है। अगले 37 दिन तक MSU सेनानी टीम बनाकर गांव गांव जाएंगे, घर घर से दरभंगा एम्स के शिलान्यास के लिए ईंट जमा करेंगे। 5 सप्ताह के तैयारी के बाद 8 सितंबर को दरभंगा में 5000 लोगों के समक्ष एम्स के लिए प्रस्तावित जगह पर उन इंटों से शिलान्यास करेंगे।

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