5 साल में सीएम अरविंद केजरीवाल की संपत्ति में हुआ इजाफा

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी नेता अपनी-अपनी तैयारी में लग गए है. सियासी चाले भी बड़े ही जोरो- शोरों से चल रही है. यह तो सभी जानते है कि चुनाव से पहले जीतने के लिए नेता क्या कुछ नहीं करती है. राजनीति में एक दूसरे पर तंज कसने का सिलसिला तो हमेशा जारी रहता है. राजनीति का हाल तो ऐसा है कि दुश्मनी भी जम कर करों, लेकिन ये गुंजाइश रहे कि जब कभी हम दोस्त बन जाएं तो शर्मिंदा भी ना हों. लेकिन हम यहां पर बात कर रहें है मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारें में.

अरविंद केजरीवाल जब मुख्यमंत्री बने थे, तो वो अपनी पुरानी कार में चलते थे. उन्होंने आम आदमी की तरह रहने पर जोर दिया दिया था. अगर केजरीवाल के पास कैश को देखा जाए तो पांच साल बाद भी उसमें बहुत ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है. ‘अच्छे बीते 5 साल, लगे रहो केजरीवाल’, ये नारा आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए दिया है. इस नारे के साथ अरविंद केजरीवाल एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतर गए है. इतना ही नहीं ये तीसरी बार होगा जब नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव के लिए तैयार है.

वैसे कामकाज के लिहाज से ये पांच साल कैसे बीते हैं. ये तो जनता 8 फरवरी को ही तय करेगी, लेकिन केजरीवाल की संपत्ति के लिए उनका कार्यकाल कैसा रहा है. उन्होंने खुद ही इसकी जानकारी दे दी है. बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. नामांकन के दौरान ही केजरीवाल ने अपनी संपत्ति की भी जानकारी दी. केजरीवाल ने कुल 3.4 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई है, जो 2015 से 1.3 करोड़ ज्यादा है.

2015 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने अपनी संपत्ति की कीमत 2.1 करोड़ बताई थी. अब उनकी यह संपत्ति बढ़कर 3.4 करोड़ रुपये की हो गई है. यानी पांच साल मुख्यमंत्री रहने के बाद अरविंद केजरीवाल की कुल आय में 1 करोड़ 30 लाख का इजाफा हुआ है. अरविंद केजरीवाल के पास कैश भले ही ज्यादा न हो, लेकिन उनकी अचल संपत्ति की कीमत में 85 लाख का इजाफा हुआ है. अरविंद केजरीवाल की अचल संपत्ति में इजाफे पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि संपत्ति की कीमतों में इजाफा होने के चलते केजरीवाल की संपत्ति की कीमत बढ़ गई है.

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इतना ही नहीं सीएम अरविंद केजरीवाल साथ साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की आय की जानकारी भी हलफनामे में दी गई है. 2015 में सुनीता केजरीवाल की कुल आय 15 लाख बताई गई थी, जो 2020 में बढ़कर 57 लाख हो गई है. यानी पांच साल में सुनीता केजरीवाल की आय 42 लाख बढ़ गई है. अब यह तो जनता ही तय करेगी की किसकी सरकार रहेगी और किसकी गिरेगी.