CAA के खिलाफ प्रदर्शन पूरे देश में आग की तरह फैला, प्रदर्शन का प्रभाव ऐसा फैला की देश के हर एक राज्य इसके चपेट में आ गया, लखनऊ में भी बड़े पैमाने पर इसका विरोध हुआ , अब योगी सरकार ने इस सन्दर्भ में कड़ा कदम उठाते हुए 13 लोगों से 21 लाख 76 हजार रूपये वसूलेगी. आरोपियों को 16 मार्च तक धनराशि जमा करनी होगी. लखनऊ मे 19 दिसंबर को सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुआ था. इस दौरान सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा गया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शनकारियों से जो नुकशान हुआ है उसकी भरपाई की मांग की है। जिला प्रशासन ने सीएए प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान की रिकवरी रिपोर्ट अब जारी की. प्रशासन ने 7 लोगों को बरी भी किया. पुलिस 7 लोगों के खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं कर पाई है।
CAA और एनआरसी के विरोध के दौरान हुए हिंसा को देखते हुए संभल प्रशासन ने सीआरपीसी की धारा 111 के तहत 11 लोगों को नोटिस जारी किया है. इन सभी लोगों को 50 लाख रुपये के सुरक्षा बांड भरने का नोटिस जारी किए गया कि आगे से वो कभी हिंसा में शामिल नहीं होंगे. संभल के मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में दो लोगों को सुरक्षा गारंटी भरने को भी कहा है. 19 और 20 दिसंबर को हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे।
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एक नोटिस जारी किया गया जिसके मुताबिक यह साफ़ तोर पर बताया गया की जिन लोगों ने हिंसा में हिस्सा लिया था अगर दूसरी बार वे हिंसा में शामिल हुए तो उनसे 50 लाख का जुर्माना वसूला जाएगा. मजिस्ट्रेट ने साथ ही अपने नोटिस में यह भी ल्लेख किया की दो लोगों जो प्रदर्शन में लिप्त थे , उनको 50 लाख कि सुरक्षा गारंटी भरने को भी कहा गया है।