नेताजी पर फिल्म बनाने की तैयारी में थे बाबा!

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नेताजी पर फिल्म बनाने की तैयारी में थे बाबा!
नेताजी पर फिल्म बनाने की तैयारी में थे बाबा!

बलात्कार की सजा काट रहे बाबा राम-रहीम के बारे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जी हाँ, खुलासा ऐसा है, जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी। अरे हाँ, ये वही बाबा है, जिसकी वजह से हरियाणा आग में जला था। साल 2002 के केस के इस दोषी को सजा अब हुई है, जिसके बाद हरियाणा के समेत देश के कई राज्यों में हिसांत्मक रवैया देखने को मिला था। चलिए ब आपको बाबा के नये खुलासे के बारे में बताते है…बाबा को बॉलीवुड में अपनी पहचान बनानी थी।

आपको बता दें कि बाबा गुरमीत राम रहीम इंसान ने ”मैसेंजर ऑफ गॉड” बनाने के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था, इसके साथ ही उसकी इच्छा फिल्मी दुनिया में छा जाने का था। आपको यह भी बता दें कि बॉलीवुड के बाद बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में भी पैर पसारने की योजना बना चुके थे। सूत्रों की माने तो अगर दुष्कर्मी को सजा नहीं होती तो वह बंगाली फिल्म कलाकारों के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर फिल्म बनाने की तैयारी में था। साथ ही फिल्म में नेताजी का रोल खुद करने का इरादा था।


नेताजी पर मूवी बनाते…

आपको बता दें कि बंगाल फिल्म इंडस्ट्री के लोग कहते हैं कि बाबा राम रहीम नेताजी पर इसी साल फिल्म बनाने की तैयारी कर चुके थे। साथ ही बाबा अपने पहले की फिल्मों की तरह हीरो, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर खुद ही होते।

फिल्म के लिये नेताजी के परिजनों से मिलते बाबा..

खबर तो यह भी है कि बाबा फिल्म बनाने के लिए नेताजी के परिजनों से मिलने की तैयारी कर चुके थे। आपको यह भी बता दें कि नेताजी पर जो फिल्म बनती, बाबा उसे व्यापारिक नजरिये से बनाते, ताकि वो फिल्म जगत में अपना नाम कर सकतें। आपको यह भी बता दें कि दिवाली पर जब बाबा कोलकाता गया था, तभी उसके मन में नेताजी को लेकर फिल्म बनाने का विचार आया था।

अगर बनती तो, कैसी होती फिल्म…

अगर ये फिल्म बनती तो बाबा इसमें नेताजी को जीवित दिखाने के साथ ही उनके जीवन के संघर्षों को दिखाते। साथ ही उनके मौत के रहस्यों से भी पर्दा उठाते। साथ ही मौत के रहस्य को खोलते हुए वो नेताजी को फिर से जीवित दिखाते और देश के लिए वापस आते दिखाते।

नेताजी से प्रभावित था बाबा…

सूत्रों का मानना है कि नेताजी के विचारों से प्रभावित था बाबा। इसीलिए नेताजी के जीवन पर वो फिल्म बनाना चाहता था। साथ ही जिस तरह से नेताजी ने आजादी के लिए संघर्ष किया था, वो सब इस फिल्म में दिखाने की योजना थी बाब की।