माँ की मौत के बाद हर महीने पेंशन पाने के लिए बच्चों ने किया कुछ ऐसा जानकार आप भौचक्के रह जायेंगे

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हमारे आस पास कई इस तरह की घटनाएं घटती रहती है ,जो हमें दांतों तले उंगलियाँ दबाने पर मजबूर कर देता है |कई बार तो हम यह सोचने पर मजबूर हो जाते है ,ऐसा कैसे हो सकता है ?

हैरान कर देगी कबीर नगर की कहानियाँ
ऐसी ही कुछ कहानी है ,बनारस के कबीर नगर की ,जहाँ इस घटना ने सबको हैरान कर दिया ,दरअसल इस गाँव के एक घर में एक औरत ” अमरावती”अपने  बच्चों के साथ रहती थी |महिला को हर महीने 13000 रूपये की पेंशन मिलती थी |एक बीमारी से महिला ”अमरावती” की मृत्यु हो गयी |लेकिन हर महीने मां की पेंशन पाने के लिए बेटा-बेटी ने शव को छिपाए रखा | अंतिम संस्कार तो दूर उन्होंने घर में शव को छुपा कर रखा| खुलासा होने पर सभी हैरान थे |

पेंशन की लालच में माँ का शव छुपा के रखा
आपको बता दे कि ये मामला 13 जनवरी 2018 का है | अमरावती देवी का देहांत BHU में इलाज के दौरान हो गया थी | मौत की खबर मोहल्ले को पता चली तो लोग अंतिम संस्कार के लिए जुटने लगे लेकिन बेटे-बेटी ने कुछ घंटे बाद की  कह के बात को टाल दिया और फिर बाद में लोगों से कहा कि मां जिंदा हो गई |

पड़ोसियों ने दी पुलिस को जानकारी
इसका पता तब चला जब महिला के प्रशांत पांडेय नाम के पड़ोसी ने कहा- चार-पांच महीने पहले जब बीएचयू से डेड बॉडी आई तो हमने उन्हें कफन दिया और उनके बच्चों से पूछा कि इनका अंतिम संस्कार कब होगा? बेटे ने बताया कि हम थोड़ी देर में मां का अंतिम संस्कार करेंगे ,लेकिन कुछ देर बाद उन्होंने कहा कि अमरावती जिंदा हो गयी |जब हमने उनसे कहा कि हमें अमरावती जी से मिलने दें लेकिन उन्होंने हमें घर के अन्दर नहीं जाने दिया |

dead body of 70 year old varanasi woman preserved by her children 1 news4social 1 -

शव का कराया पोस्टमॉडेम
जिसके बाद पड़ोसियों ने 100 नंबर पर सूचना दी ,तब पुलिस इलाके में पहुंची | पुलिस को परिवारवालों का विरोध झेलना पड़ा, बच्चों के मुताबिक उनकी मां मरी नहीं बल्कि कोमा में थी और किसी वैद्यजी का इलाज चल रहा था| जब बेटे को ठाणे ले जाया गया तब बेटा अपनी मां को मरा मानने को तैयार नहीं हुआ | लेकिन मामले के खुलासे के साथ अमरावती का पोस्टमॉडेम करवाया गया तब असलियत सामने आ गयी |
अब बेटा -बेटी पर अपनी ही माँ का शव छुपाने के लिए कार्यवाही चल रही है l जैसे ही इस मामले की खबर बाहर निकली ,सोशल मीडिया पर कबीर नगर की यह कहानी वायरल हो गयी है |