29 साल में की 20 फिल्में और 12 टीवी सीरियल्स, पर इन दो वेब सीरीज ने चमका दी शेफाली शाह की किस्मत

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29 साल में की 20 फिल्में और 12 टीवी सीरियल्स, पर इन दो वेब सीरीज ने चमका दी शेफाली शाह की किस्मत


29 साल में की 20 फिल्में और 12 टीवी सीरियल्स, पर इन दो वेब सीरीज ने चमका दी शेफाली शाह की किस्मत

बॉलीवुड एक्ट्रेस शेफाली शाह। कमाल की एक्ट्रेस। इनकी जितनी तारीफ की जाए। उतनी कम है। दिल्ली क्राइम सीजन 1 और दिल्ली क्राइम सीजन 2 में ये नजर आईं। वर्तिका के रोल में। लोगों ने खूब पसंद किया। बाल्टी भर-भरकर प्यार किया। इंडस्ट्री में तो 29 साल से हैं। लेकिन पहचान अब जाकर मिली। आज सैटर्डे सुपरस्टार में इन्हीं के बारे में बतियाएंगे। इनसे जुड़ी ऐसी-ऐसी हैरान करने वाली बताएंगे, जिसे सुनकर आपके आंखें शॉक्ड से बाहर निकल आएंगी। चलिए बिना देर किए शुरू से शुरू करते हैं।

शेफाली शाह (Shefali Shah) का जन्म 23 मई 1973 को मुंबई में हुआ था। इनके पापा का नाम सुधाकर शेट्टी है। वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में एक बैंकर थे। मां गुजराजी हैं। नाम शोभा है। वह होमियोपैथी डॉक्टर हैं। शेफाली को हिंदी और इंग्लिश नहीं बल्कि मराठी, गुजराती और तुलु भाषा भी फर्राटेदार बोलनी आती है। इन्होंने आर्य विद्या मंदिर में अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की है। भारतनाट्यम में ट्रेनिंग लेने के अलावा पेंटिंग और सिंगिंग का भी इन्हें बेहद शौक रहा है। स्कूलिंग के बाद शेफाली ने मीठीबाई कॉलेज से साइंस स्ट्रीम में ग्रेजुएशन किया। लेकिन अधिकतर समय इनका थिएटर में ही बीता करता था।


एक्टिंग से इतर शेफाली शाह के शौक
शेफाली शाह को पेंटिंग का इतना शौक था कि उन्होंने 6 महीने इसमें ट्रेनिंग ली। स्पेन के बार्सिलोना में उन्होंने एक आर्ट कॉलेज से मेटाफ़ोरा का कोर्स किया। उनकी बनाई हुई एक पेंटिंग को मुंबई के जहांगीर आर्ट गैलरी में आर्ट फॉर कंसर्न की तरफ से आयोजित की गई आर्ट गैलरी में रखी गई। इसके अलावा शेफाली शाह ने गुजरात के अहमदाबाद में जलसा नाम से एक रेस्टोरेंट भी खोला था। इसका दूसरा आउटलेट बेंगलुरु में है। दोनों ही काफी फेमस है।


इन टीवी सीरीयल्स में शेफाली शाह ने किया काम
शेफाली शाह ने थिएटर करने के बाद टीवी में साल 1993 में ही कदम रख दिया था। उन्होंने ‘बनेगी अपनी बात’ से छोटे पर्दे पर डेब्यू किया था। फिर ‘आरोहण’, ‘हर्सतें’, ‘पतझड़’, ‘कभी कभी’, ‘सी हॉक्स’, ‘राहें’, ‘रामायण’ जैसे सीरियल्स किए। इस दौरान वह बीच-बीच में फिल्में भी करने लगीं। उन्होंने 1995 में आई फिल्म ‘रंगीला’ से उन्होंने डेब्यू किया था। इसमें उन्होंने माला मल्होत्रा का रोल निभाया था, जो कि बहुत छोटा था। फिर 1998 में शेफाली शाह ने राम गोपाल वर्मा की थ्रिलर फिल्म ‘सत्या’ में मनोज बाजपेयी की पत्नी का रोल निभाया। इनके किरादर की जमकर तारीफ हुई। उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए स्क्रीन अवॉर्ड भी मिला था। उन्होंने 1999 में गुजराती फिल्म Dariya Chhoru की। इसे विपुल शाह ने बनाई थी। शेफाली को इसके लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी मिला था।


फिल्मों में शेफाली शाह ने छोड़ी अपनी छाप
शेफाली शाह ने बॉलीवुड की कई फिल्में कीं। इसमें ‘मोहब्बतें’, ‘मॉनसून वेडिंग’, ‘वक्त: द रेस अगेंस्ट टाइम’ (जिसमें उन्होंने 5 साल बड़े अक्षय कुमार की मां का किरादर निभाया था), ‘गांधी माय फायद’, ‘ब्लैक एंड व्हाइट’, ‘कार्तिक कॉलिंग कार्तिक’, ‘लक्ष्मी’, ‘दिल धड़कने दो’, ‘ब्रदर्स’, ‘कमांडो 1’, ‘डार्लिंग्स’ शामिल हैं। इन मूवीज में निभाए किरदारों के लिए एक्ट्रेस को काफी अवॉर्ड्स भी मिले। लेकिन पहचान उनको OTT प्लेटफॉर्म्स ने ही दी। ये कहना हमारा नहीं बल्कि खुद एक्ट्रेस का है।


OTT ने शेफाली शाह को दिलाई पहचान
शेफाली शाह को फिल्म ‘जलसा’ जो कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई थी। उसमें इन्हें इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में बेस्ट ऐक्ट्रेस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। जो कि विद्या बालन को नहीं मिला था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कुछ साल पहले आप ये सोच भी नहीं सकती थे कि एक ऐसी ऐक्ट्रेस, जो कैरक्टर रोल करती थी, 40 की उम्र पार करने के बाद लीड और समांतर लीड रोल करेगी। लोग इस पर यकीन ही नहीं कर पाते, लेकिन ये मेरे साथ हुआ और मैं बहुत खुश हूं कि मैं इस बदलाव का हिस्सा हूं। मैं इसके लिए OTT की एहसानमंद हूं, डायरेक्टर्स की एहसानमंद हूं कि इन निर्देशकों ने ये बदलाव किया।’ और सही बात है इन्होंने OTT पर आई वेब सीरीज और फिल्मों से जो नाम कमाया वह इन्हें उन फिल्मों और सीरियल्स से नहीं मिला, जिसकी वह हकदार थीं। शेफाली शाह ने ‘दिल्ली क्राइम्स’ के दोनों सीजन में काम करने के अलावा ‘ह्यूमन्स’ में भी अपनी धाक जमाई थी। लोगों को इनका अभिनय बेहद पसंद आता है।


शेफाली शाह के अफेयर, शादी और बच्चे
शेफाली शाह की लव लाइफ की बात करें तो उन्होंने 1997 में हर्ष छाया से शादी की थी। इन दोनों की मुलातात ‘सत्या’ मूवी के सेट पर हुई थी। यहीं से पहले दोस्ती हुई और वह प्यार में बदल गई। हालांकि शादी के तीन साल बाद यानी 2000 में ही इन्होंने तलाक ले लिया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- मैंने अपनी लाइफ का एक काफी लंबा हिस्सा इस रिश्ते को दिया था। इस रिलेशन पर बहुत मेहनत की थी क्योंकि मुझे लगता था कि शादी अगर दोनों की खुशी से है तो वह रिश्ता कामयाब रहेगा। लेकिन आपको यह बात बहुत देर से समझ आती है कि क्या आपके लिए बेहतर है और क्या नहीं।’ हालांकि हर्ष छाया से तलाक के बाद शेफाली ने फिल्म प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल शाह से 2000 में ब्याह रचा लिया था। अब ये दोनों साथ में हैं। 22 साल शादी को हो भी चुके हैं। इनके दो बच्चे हैं। बेटी का नाम मरिया और बेटे का नाम आर्यमन है।





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