शेयर बाजार नई ऊंचाई पर, सेंसेक्स 255 अंक उछला; आईटी, वित्तीय शेयरों में तेजी

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शेयर बाजार नई ऊंचाई पर, सेंसेक्स 255 अंक उछला; आईटी, वित्तीय शेयरों में तेजी

मुंबई, 15 जुलाई (भाषा) बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों बृहस्पतिवार को रिकार्ड स्तर पर बंद हुए। कंपनियों के बेहतर वित्तीय परिणाम के संकेत के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी बैंक, एल एंड टी और एचसीएल टेक में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 254.75 अंक यानी 0.48 प्रतिशत उछलकर रिकार्ड 53,158.85 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान भी यह अबतक के उच्चतम स्तर 53,266.12 अंक तक चला गया था।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 70.25 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की तेजी के साथ अबतक के सर्वोच्च स्तर 15,924.20 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 15,952.35 के रिकार्ड ऊंचाई तक गया था।

सेंसेक्स के शेयरों में 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में एचसीएल टेक का शेयर रहा। इसके अलावा एल एंड टी, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी और टाटा स्टील में भी अच्छी तेजी रही।

दूसरी तरफ, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, टाइटन और सन फार्मा समेत अन्य शेयर नुकसान में रहे।

एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘वैश्विक निवेशक मुद्रास्फीति आंकड़े और फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों से बाहर आ गये हैं। घरेलू बाजार में तेजड़िये आर्थिक पुनरूद्धार को महत्व दे रहे हैं। आईटी शेयर लगातार बाजार को नई ऊंचाई दे रहे हैं।’’

रंगनाथन के अनुसार ऐसा लगता है कि बाजार में सुधार आने का इंतजार कर रहे निवेशकों को राहत देने को फिलहाल तैयार नहीं है। सत्र के दौरान दूसरे क्षेत्रों ने अपनी भूमिका निभाई। पूंजीगत सामान क्षेत्र ने अच्छी वापसी की और व्यापक स्तर पर सीमेंट, रियल एस्टेट और फार्मा शेयरों में भी गतिविधियों से बाजार को मजबूती मिली।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, ‘‘एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख और पहली तिमाही में कपनियों की आय बेहतर रहने तथा मांग में सुधार से रियल्टी, आईटी, वित्तीय और धातु शेयरों में बढ़त से भारतीय शेयर बाजारों में तेजी रही और उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

उन्होंने कहा कि चीन में आर्थिक आंकड़ा अनुमान से बेहतर रहने के कारण एशियाई बाजार बढ़त में रहे। वहीं फेडरल रिजर्व के आधिकारिक बयान में नरम रुख रखने की बात कहे जाने से वैश्विक बाजारों में तेजी रही। इससे नीतिगत दर में बदलाव का जोखिम कम हुआ है।

क्षेत्रवार सूचकांकों में बीएसई रियल्टी, पूंजीगत सामान, आईटी, औद्योगिक, धातु, मूल सामग्री और बैंक सूचकांकों में 4 प्रतिशत तक की तेजी रही।

दूसरी तरफ, तेल एवं गैस, ऊर्जा और वाहन सूचकांकों में 0.87 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।

मझोली और छोटी कंपनियों के सूचकांक 0.43 प्रतिशत तक मजबूत हुए।

एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सियोल और हांगकांग लाभ के साथ बंद हुए जबकि तोक्यो नुकसान में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में मध्याह्न कारोबार में गिरावट का रुख रहा।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.70 प्रतिशत टूटकर 74.24 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे मजबूत होकर 74.54 पर बंद हुआ।

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