मीसा भारती और रोहिणी आचार्या की जीत के लिए लालू यादव और राबड़ी देवी करवा रहे सत्यनारायण कथा

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मीसा भारती और रोहिणी आचार्या की जीत के लिए लालू यादव और राबड़ी देवी करवा रहे सत्यनारायण कथा

मीसा भारती और रोहिणी आचार्या की जीत के लिए लालू यादव और राबड़ी देवी करवा रहे सत्यनारायण कथा

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राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और उनकी पूर्व सीएम पत्नी राबड़ी देवी के सरकारी आवास में शुक्रवार को भगवान सत्यनारायण की कथा का आयोजन हो रहा है। राबड़ी ने कहा कि शुभ कार्य से पहले कथा का आयोजन होता है। कथा का आयोजन पाटलिपुत्र में मीसा भारती और सारण में रोहिणी आचार्या की जीत की कामना के लिए किया गया है। मीसा लगातार दो चुनाव हारी हैं जबकि रोहिणी का यह पहला चुनाव है।

पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर अब तक तीन चुनाव हुए हैं। पहले लालू फिर उनकी बेटी मीसा भारती को दो बार हार का मुंह देखना पड़ा है। सारण में पहला चुनाव तो लालू जीते थे लेकिन फिर राबड़ी और बाद में समधी चंद्रिका राय को राजीव प्रताप रूडी ने लगातार दो चुनावों में हराया है। सारण में पांचवें चरण में 20 मई और पाटलिपुत्र में सातवें चरण में 1 जून को मतदान है।

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पाटलिपुत्र और सारण दोनों परिसीमन के बाद 2009 में बनी नई सीटें हैं। इससे पहले पटना और छपरा नाम से सीट थी। पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से 2009 में लालू यादव को जेडीयू के रंजन यादव ने हरा दिया। रंजन यादव भी बड़े नेता हुआ करते थे और कभी लालू के ही साथ थे। 2014 के चुनाव में लालू के बहुत ही ज्यादा करीबी रहे रामकृपाल यादव भाजपा के टिकट पर लड़ गए। लालू ने बेटी मीसा भारती को पहली बार यहां से लड़ाया। मीसा हार गईं। दोबारा 2019 में भी रामकृपाल यादव ने मीसा को हराया।

2024 में रामकृपाल और मीसा के बीच लगातार तीसरी बार चुनावी लड़ाई हो रही है। खास बात ये है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में इस लोकसभा के अंदर की सारी विधानसभा सीट महागठबंधन ने जीत ली थी। छह विधायकों में 3 राजद, 2 सीपीआई-माले और एक कांग्रेस के हैं। कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरव बागी हैं और सरकार के साथ हैं।

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सारण लोकसभा का पहला चुनाव 2009 में लालू यादव भाजपा के राजीव प्रताप रूडी को हराकर जीते थे। लेकिन 2014 में रूडी ने राबड़ी देवी को हराया और 2019 में चंद्रिका राय को। चंद्रिका राय लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के ससुर हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट के अंदर की छह विधानसभा सीटों में चार आरजेडी और दो बीजेपी जीती थी। इस बार लालू ने अपनी प्रिय बेटी रोहिणी आचार्या को यहां से लड़ा दिया है जिन्होंने लालू को किडनी दी है। रोहिणी राजनीति में खुलकर आने से पहले भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए राजनीतिक बयानबाजी और टिप्पणी करती रही हैं।

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