महाराष्ट्र के गवर्नर का पद छोड़ना चाहता हूं… भगत सिंह कोश्यारी ने मोदी से जताई इच्छा, करना चाहते हैं ये काम
‘मुंबई दौरे में पीएम मोदी को बताया’
महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘हाल ही में माननीय प्रधानमंत्री के मुंबई दौरे में मैंने उनको अपनी इच्छा के बारे में बता दिया है। मैंने पीएम मोदी से कहा है कि मैं सभी राजनैतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहता हूं। अपने जीवन का बाकी हिस्सा मैं पढ़ने, लिखने और दूसरी गतिविधियों में बिताना चाहता हूं।’
‘महाराष्ट्र से मिला प्यार कभी भूल नहीं सकता’
कोश्यारी ने ट्वीट करते हुए साफ रूप से गवर्नर पद से विदाई के संकेत दिए हैं। कोश्यारी ने एक और ट्वीट में कहा, ‘महाराष्ट्र जैसे महान राज्य के राज्य सेवक या राज्यपाल के तौर पर काम करना मेरे लिए बहुत ही सम्मान और गर्व का विषय है। महाराष्ट्र साधुओं, समाजिक कार्यकर्ताओं और बहादुर योद्धाओं की धरती है। पिछले तीन साल से छोड़ा ज्यादा अरसे से महाराष्ट्र के लोगों से मिले प्यार और सम्मान को मैं कभी भूल नहीं सकता।’
Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari का ये बयान वहां की पॉलिटिक्स को नया मुद्दा दे देगा!
कोश्यारी के शिवाजी वाले बयान पर विवाद
महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने एक कार्यक्रम में कहा था, ‘हम जब मिडिल स्कूल, हाईस्कूल में पढ़ते थे तो हमारे टीचर हमसे पूछते थे, आपका पसंदीदा नेता कौन है? जिसे सुभाषचंद्र बोस अच्छे लगे, जिसे जवाहरलाल नेहरू अच्छे लगे या जिसे महात्मा गांधी अच्छे लगते थे, उसे हम अपना हीरो बताते थे। लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि कोई आपसे पूछे कि हू इज योर आइकन, हू इज योर फेवरिट हीरो, तो आपको बाहर जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। यहीं महाराष्ट्र में आपको मिल जाएंगे।’
इसी कार्यक्रम में शिवाजी का जिक्र करते हुए भगत सिंह कोश्यारी ने आगे कहा, ‘शिवाजी तो पुराने युग की बात हैं। मैं नए युग की बात कह रहा हूं, यहीं मिल जाएंगे। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक, यहीं मिल जाएंगे आपको आपके आइकन।’ कोश्यारी के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में सियासी घमासान मच गया था। महाविकास अघाड़ी ने कोश्यारी के इस्तीफे की मांग की थी। वहीं उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने भी कोश्यारी पर हमला बोला था।