भाई तेजस्वी के पक्ष में आई बहन रोहिणी ने तोड़ी मर्यादाः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को बताया गिद्धराज
बिहार में नई सरकार काम करने लगी है। सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दोनों राज्य
के विकास के लिए मीडिया में बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। लेकिन, मंत्रीमंडल का स्वरूप फाइनल करना इनकी
पहली प्राथमिकता है। इसके लिए राजद नेता दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ ले रहे लालू प्रसाद यादव से संपर्क मे हैं तो घटक दल कांग्रेस के नेता दिल्ली दरबार की अंतिम मुहर का इंतजार रहे हैं।
इस बीच, सत्ता पलट के बाद आक्रामक बयानबाजी का दौर तेज होता जा रहा है। भाजपा, जदयू या राजद,
कोई किसी से पीछे नहीं है। भाजपा के नेता सत्ता हाथ से निकल जाने के लिए वर्तमान सरकार को दोषी
ठहरा कर मौके निकाल कर निशाना साथ रहे हैं। लेकिन जुबानी हमले में बीजेपी अकेले पड़ गई है। जदयू
और आरजेडी दोनों दलों के नेता भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। बीजेपी के नेता भी जबाब देने में पीछे नहीं
हैं।
लेकिन, बयानबाजी के इस दौर में मर्यादाएं भंग हो रही हैं। किचड़ उछाने में गलत शब्दों का इस्तेमाल किया
जा रहा है। ताजा मामला लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के एक ट्वीट का है। रोहिणी ने अपने भाई
तेजस्वी यादव के समर्थन में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है वे मर्यादित नहीं हैं। नेताओं के बीच ट्विटर
वार शुरू हो गया है।
दरअसल भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को उनका एक पुराना वादा याद दिलाया। केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी यादव को उस बयान की याद दिलाई जिसमें उन्होंने सरकार बनने पर दस लाख युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी। हालांकि, डिप्टी सीएम बनने के बाद तेजस्वी यादव ने एक चैनल को दिए बयान में कहा कि यह बात सीएम बनने के लिए कहा था। अभी वे डिप्टी सीएम हैं। इस बात पर गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया।
गिरिराज के कटाक्ष के उत्तर में तेजस्वी यादव ने उन्हें बेशर्म और चिरकुट हरकतों वाला नेता बता दिया। लेकिन भाई के सपोर्ट में उतरी बहन रोहिणी ने एक कदम आगे बढ़कर मर्यादा की सीमा लांघ दी। रोहिणी आचार्य ने गिरिराज सिंह को गिद्धराज सिंह का नाम दे दिया और कई भद्दी भद्दी बातें कहीं
रोहिणी ने अपने ट्वीट में लिखा हैं-
“श्री गिद्धराज सिंह जैसे बयानवीर बुजुर्ग इंसान से हमें बस इतनी ही कहना है कि तेजस्वी से सवाल करना जितना आपरा नैतिक अधिकार है उतनी ही इस देश की जनता को आपसे सवाल करने का नैतिक अधिकार है।”
एक अन्य ट्वीट में रोहिणी लिखती हैं-
“श्रीमान गिद्धराज सिंह नहीं न चलिए छोड़िए आपके साहब फेकूंचंद का एक और वादा याद दिलाते हैं वो दो करोड़ युवाओं को रोजगार का क्या हुआ आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी।”
रोहिणी यहीं नही रुकतीं। वह ट्वीट करती हैं-
“लेकिन गिद्धराज सिंह को जवाब चाहिए मात्र कुछ घंटों पहले वाली तेजस्वी की सरकार से।”
इस प्रकार से बिहार के युवा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनकी बहन प रोहिणी पुराने और वरिष्ठ भाजपाई गिरिराज सिंह पर अमर्यादित टिप्पणी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
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बिहार में नई सरकार काम करने लगी है। सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दोनों राज्य
के विकास के लिए मीडिया में बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। लेकिन, मंत्रीमंडल का स्वरूप फाइनल करना इनकी
पहली प्राथमिकता है। इसके लिए राजद नेता दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ ले रहे लालू प्रसाद यादव से संपर्क मे हैं तो घटक दल कांग्रेस के नेता दिल्ली दरबार की अंतिम मुहर का इंतजार रहे हैं।
इस बीच, सत्ता पलट के बाद आक्रामक बयानबाजी का दौर तेज होता जा रहा है। भाजपा, जदयू या राजद,
कोई किसी से पीछे नहीं है। भाजपा के नेता सत्ता हाथ से निकल जाने के लिए वर्तमान सरकार को दोषी
ठहरा कर मौके निकाल कर निशाना साथ रहे हैं। लेकिन जुबानी हमले में बीजेपी अकेले पड़ गई है। जदयू
और आरजेडी दोनों दलों के नेता भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। बीजेपी के नेता भी जबाब देने में पीछे नहीं
हैं।
लेकिन, बयानबाजी के इस दौर में मर्यादाएं भंग हो रही हैं। किचड़ उछाने में गलत शब्दों का इस्तेमाल किया
जा रहा है। ताजा मामला लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के एक ट्वीट का है। रोहिणी ने अपने भाई
तेजस्वी यादव के समर्थन में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है वे मर्यादित नहीं हैं। नेताओं के बीच ट्विटर
वार शुरू हो गया है।
दरअसल भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को उनका एक पुराना वादा याद दिलाया। केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी यादव को उस बयान की याद दिलाई जिसमें उन्होंने सरकार बनने पर दस लाख युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी। हालांकि, डिप्टी सीएम बनने के बाद तेजस्वी यादव ने एक चैनल को दिए बयान में कहा कि यह बात सीएम बनने के लिए कहा था। अभी वे डिप्टी सीएम हैं। इस बात पर गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया।
गिरिराज के कटाक्ष के उत्तर में तेजस्वी यादव ने उन्हें बेशर्म और चिरकुट हरकतों वाला नेता बता दिया। लेकिन भाई के सपोर्ट में उतरी बहन रोहिणी ने एक कदम आगे बढ़कर मर्यादा की सीमा लांघ दी। रोहिणी आचार्य ने गिरिराज सिंह को गिद्धराज सिंह का नाम दे दिया और कई भद्दी भद्दी बातें कहीं
रोहिणी ने अपने ट्वीट में लिखा हैं-
“श्री गिद्धराज सिंह जैसे बयानवीर बुजुर्ग इंसान से हमें बस इतनी ही कहना है कि तेजस्वी से सवाल करना जितना आपरा नैतिक अधिकार है उतनी ही इस देश की जनता को आपसे सवाल करने का नैतिक अधिकार है।”
एक अन्य ट्वीट में रोहिणी लिखती हैं-
“श्रीमान गिद्धराज सिंह नहीं न चलिए छोड़िए आपके साहब फेकूंचंद का एक और वादा याद दिलाते हैं वो दो करोड़ युवाओं को रोजगार का क्या हुआ आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी।”
रोहिणी यहीं नही रुकतीं। वह ट्वीट करती हैं-
“लेकिन गिद्धराज सिंह को जवाब चाहिए मात्र कुछ घंटों पहले वाली तेजस्वी की सरकार से।”
इस प्रकार से बिहार के युवा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनकी बहन प रोहिणी पुराने और वरिष्ठ भाजपाई गिरिराज सिंह पर अमर्यादित टिप्पणी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।